अंबेडकर नगर: सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन का कितना भी दावा करे, लेकिन अफसरशाही सरकार के मनसूबों पर पानी फेरती नजर आ रही है. ताजा मामला टांडा नगरपालिका परिषद का है. नगरपालिका ने गत 23 अक्टूबर को सीएम योगी के दौरे के दौरान जिन कार्यों का मुख्यमंत्री से शिलान्यास कराया था, उनमें से अधिकतर कार्यों का निर्माण कई माह पहले पूरा हो चुका है. बताया जा रहा है कि तमाम ऐसे कार्य हैं, जिनके निर्माण का भुगतान भी हो चुका है. ईटीवी भारत के नगरपालिका के कारनामों का खुलासा करने के बाद अब प्रशासन ने चुप्पी साध ली है.
टांडा नगरपालिका प्रशासन ने सीएम से टांडा के मोहल्ला मीरानपुर वार्ड नं 13 में बेबी डेरी हाउस से लेकर सिकन्दराबाद मस्जिद तक सड़क और उसके दोनों तरफ नाली के निर्माण कार्य का शिलान्यास कराया था, जबकि मोहल्लेवासियों का कहना है कि इस सड़क और नाली का निर्माण कार्य तकरीबन 5 माह पहले पूरा हो चुका है.
टांडा नगर के वार्ड नं 15 मोहल्ला ह्यतगंज पश्चिम में अनिल जूस कार्नर से लेकर मछली पुल तक नाली और पटिया के कार्य का शिलान्यास गत 23 तारीख को हुआ, जबकि स्थानीय सभासद के प्रतिनिधि दीपक केडिया का कहना है कि यह कार्य लगभग 8 माह पहले हुआ था और इसका भुगतान भी हो चुका है, लेकिन नगर पालिक ने सीएम से इसका शिलान्यास करा दिया. इसी तरह मोहल्ला तलवापार में पुलिया और पुलिया से मेनगेट तक सड़क के निर्माण का शिलान्यास हुआ, जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क और पुलिया का निर्माण बहुत पहले हो चुका है.
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जो कार्य महीनों पहले पूरे हो चुके हैं, फिर भी मुख्यमंत्री से उनका शिलान्यास करा दिया गया. इस बारे में जब हमने तकरीबन 3 माह से तैनात टांडा नगरपालिका के ईओ आरपी श्रीवास्तव से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी मैं नया हूं, मैं इसे दिखवाता हूं. वहीं, नगरपालिका के प्रशासक एडीएम का कहना है कि आप इस तरह के कामों की सूची बताएं उसे दिखाया जाएगा.