अंबेडकरनगर: जलालपुर विधानसभा उपचुनाव में राजनीतिक वर्चस्व स्थापित करने के लिए दल-बदल का खेल शुरू हो गया है. हर पार्टी दूसरे दलों के नेता को अपने पाले में लाकर चुनाव पर अपनी पकड़ मजबूत करन चाहती है. सपा-बसपा के बाद अब भाजपा भी विपक्षी नेताओं को अपने पाले में शामिल कर दल-बदलुओं के सहारे चुनाव फतह करना चाहती है. शायद इसीलिए इन्हें अब मंच की पहली पंक्ति में स्थान दे रही है.
जलालपुर विधानसभा मालीपुर में आयोजित एक जनसभा में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा नेता जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंह मिंटू और सपा के जिला पंचायत सदस्य विंध्याचल सिंह और सपा में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री केके मिश्रा को पार्टी में शामिल कराया. तीनों ही सपा के पुराने नेताओं में शुमार हैं. हालांकि लोकसभा चुनाव के दौरान ही मिंटू सिंह के भाजपा में शामिल होने की संभावना थी, लेकिन येन वक्त पर जिले के एक बड़े भाजपा नेता के विरोध के चलते वे शामिल नहीं हो सके.
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दल-बदल कर पार्टी में आने वाले नेताओं को मंच पर पुराने भाजपाइयों की अपेक्षा अधिक तवज्जो देकर भाजपा मिंटू सिंह के सहारे ठाकुर वोटों को एकजुट करना चाहती है, लेकिन इससे पार्टी में गुटबाजी भी बढ़ने की आशंका प्रबल हो गयी है.