अम्बेडकरनगर: श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सफर कर रही प्रवासी महिला मजदूर ने ट्रेन में ही बच्चे को जन्म दे दिया. चलती ट्रेन में चिकित्सीय सुविधा न मिल पाने के कारण महिला दर्द से कराहती रही है. कई घण्टे बाद भी उसे चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाई. रेलवे प्रशासन भी महिला डॉक्टर की व्यवस्था नहीं कर सका. स्टेशन पर उतरने के बाद उसे चिकित्सीय परीक्षण के लिए भेज दिया है.
जालंधर से आ रही थी महिला
प्रवासी श्रमिकों को जालंधर से लेकर निकली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में अम्बेडकरनगर निवासी दुर्गेश अपनी पत्नी के साथ सवार था. कुछ ही घंटे बाद उसकी पत्नी को दर्द का एहसास हुआ. दुर्गेश ने रेलवे प्रशासन से सहायता मांगी, लेकिन चलती ट्रेन में उसे डॉक्टरों की सहायता नहीं मिल सकी. महिला ने चलती ट्रेन में बच्चे को जन्म दे दिया.
प्रसूता घंटों दर्द से कराहती रही, लेकिन रेलवे उसके इलाज की व्यवस्था नहीं कर सका. जब गाड़ी मुरादाबाद पहुंची तो वहां स्वास्थ कर्मियों ने उसका परीक्षण किया, लेकिन यहां भी कोई महिला डॉक्टर या कर्मी नहीं थी. शनिवार को दोपहर जब महिला अकबरपुर रेलवे स्टेशन पहुंची तो सूचना पर जिला प्रशासन ने एक महिला चिकित्सक की निगरानी में उसे अस्पताल पहुंचाया.
महिला के पति दुर्गेश का कहना है कि बच्चे के जन्म के समय कोई नहीं आया था. बाद में मुरादाबाद में चार लोग आए थे, लेकिन कोई डॉक्टर महिला नहीं थी. डीएम राकेश कुमार का कहना है कि महिला ने चलती ट्रेन में बच्चे को जन्म दिया था दोनों अब ठीक हैं.