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असली अनामिका शुक्ला की तलाश में जुटे 25 जिलों के BSA - कौन है असली अनामिका शुक्ला

उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसे लेकर विभाग भी हैरान है. अनामिका शुक्ला नाम की एक फर्जी शिक्षिका 25 जिलों में नौकरी कर मानदेय लेती रही, लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. अब जब इस बारे में जानकारी सामने आई है तो 25 जिलों के बीएसए असली अनामिका शुक्ला की तलाश में जुट गए हैं.

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कौन है असली अनामिका शुक्ला.
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Published : Jun 6, 2020, 4:09 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST

अम्बेडकर नगर: बेसिक शिक्षा विभाग में नए-नए कारनामे तो आम बात हैं, लेकिन कुछ कारनामे ऐसे होते हैं, जिसको लेकर विभाग भी हैरान हो जाता है. ऐसा ही कारनामा अनामिका शुक्ला की नियुक्ति को लेकर हुआ है, जिससे विभाग की मुसीबतें बढ़ गई हैं. एक अनामिका शुक्ला की तलाश में 25 जिलों के बीएसए परेशान हैं. ये अनामिका इंसान है या जादूगरनी कि एक साथ 25 जिलों में नौकरी कर मानदेय लेती रही और किसी को भी नहीं पता कि आखिर ये अनामिका शुक्ला है कौन.

जानकारी देते संवाददाता.

अक्टूबर 2019 में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पूर्णकालिक विज्ञान शिक्षिका के रूप में जिले के राम नगर ब्लॉक में अनामिका शुक्ला की नियुक्ति हुई थी. विभाग ने अभिलेखों के सत्यापन के बाद मानदेय भी जारी कर दिया, लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इसी अनामिका शुक्ला के नाम पर प्रदेश के 24 अन्य जिलों में भी इसी पद पर नियुक्ति हुई है और हर जगह से मानदेय जारी कर दिया गया. अधिकांश जिलों का मानदेय बागपत जिले के एक बैंक अकाउंट में भेजे गए हैं और यहीं से फर्जीवाड़े का खुलासा होना शुरू हुआ.

विभागीय सूत्रों के मुताबिक उक्त शिक्षिका से कहा गया कि वो अपना बैंक अकाउंट विकास भवन की शाखा में खुलवाए, क्योकि सभी का भुगतान यहीं होता है. इस पर शिक्षिका ने अकाउंट ट्रांसफर करने का समय मांगा, जिस पर विभाग ने उसी खाते में मानदेय भेज दिया. खाता सत्यापन में बैंक से बताया गया कि कुछ अन्य जिलों से भी मानदेय इस खाते में आया है, जिस पर विभाग को शक हुआ और उससे अभिलेखों की मूल प्रति मांगी गई, लेकिन पत्रावली उपलब्ध कराने के बजाय अनामिका फरार हो गई.

अनामिका के फरार होने की सूचना विभाग ने मार्च माह का मानदेय रोककर शासन को दी. इस पर वहां से सभी बीएसओ को सर्कुलर जारी किया गया और जब गहनता से जांच हुई तो पता चला कि एक अनामिका शुक्ला 25 जिलों से मानदेय ले रही है. अधिकांश जिले में शैक्षणिक अभिलेख, पता और बैंक खाता नम्बर एक ही है, लेकिन फोटो अलग-अलग है. अब असली अनामिका की तलाश हो रही है.

तेरा शहर है बड़ा बेगाना, न मालिकों ने मजदूरी दी और न ही सरकार ने खाना

मामले का खुलासा होने के बाद अब अम्बेडकर नगर सहित 25 जिलों के बीएसए असली अनामिका की तलाश कर रहे हैं. इस बारे में जब अम्बेडकर नगर बीएसए अतुल सिंह से बात करने की कोशिश की गई तो वे कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं हुए, लेकिन इतना जरूर बताया कि अनामिका का मानदेय रोका गया है. एडी बेसिक के यहां जांच चल रही है. मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.

अम्बेडकर नगर: बेसिक शिक्षा विभाग में नए-नए कारनामे तो आम बात हैं, लेकिन कुछ कारनामे ऐसे होते हैं, जिसको लेकर विभाग भी हैरान हो जाता है. ऐसा ही कारनामा अनामिका शुक्ला की नियुक्ति को लेकर हुआ है, जिससे विभाग की मुसीबतें बढ़ गई हैं. एक अनामिका शुक्ला की तलाश में 25 जिलों के बीएसए परेशान हैं. ये अनामिका इंसान है या जादूगरनी कि एक साथ 25 जिलों में नौकरी कर मानदेय लेती रही और किसी को भी नहीं पता कि आखिर ये अनामिका शुक्ला है कौन.

जानकारी देते संवाददाता.

अक्टूबर 2019 में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पूर्णकालिक विज्ञान शिक्षिका के रूप में जिले के राम नगर ब्लॉक में अनामिका शुक्ला की नियुक्ति हुई थी. विभाग ने अभिलेखों के सत्यापन के बाद मानदेय भी जारी कर दिया, लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इसी अनामिका शुक्ला के नाम पर प्रदेश के 24 अन्य जिलों में भी इसी पद पर नियुक्ति हुई है और हर जगह से मानदेय जारी कर दिया गया. अधिकांश जिलों का मानदेय बागपत जिले के एक बैंक अकाउंट में भेजे गए हैं और यहीं से फर्जीवाड़े का खुलासा होना शुरू हुआ.

विभागीय सूत्रों के मुताबिक उक्त शिक्षिका से कहा गया कि वो अपना बैंक अकाउंट विकास भवन की शाखा में खुलवाए, क्योकि सभी का भुगतान यहीं होता है. इस पर शिक्षिका ने अकाउंट ट्रांसफर करने का समय मांगा, जिस पर विभाग ने उसी खाते में मानदेय भेज दिया. खाता सत्यापन में बैंक से बताया गया कि कुछ अन्य जिलों से भी मानदेय इस खाते में आया है, जिस पर विभाग को शक हुआ और उससे अभिलेखों की मूल प्रति मांगी गई, लेकिन पत्रावली उपलब्ध कराने के बजाय अनामिका फरार हो गई.

अनामिका के फरार होने की सूचना विभाग ने मार्च माह का मानदेय रोककर शासन को दी. इस पर वहां से सभी बीएसओ को सर्कुलर जारी किया गया और जब गहनता से जांच हुई तो पता चला कि एक अनामिका शुक्ला 25 जिलों से मानदेय ले रही है. अधिकांश जिले में शैक्षणिक अभिलेख, पता और बैंक खाता नम्बर एक ही है, लेकिन फोटो अलग-अलग है. अब असली अनामिका की तलाश हो रही है.

तेरा शहर है बड़ा बेगाना, न मालिकों ने मजदूरी दी और न ही सरकार ने खाना

मामले का खुलासा होने के बाद अब अम्बेडकर नगर सहित 25 जिलों के बीएसए असली अनामिका की तलाश कर रहे हैं. इस बारे में जब अम्बेडकर नगर बीएसए अतुल सिंह से बात करने की कोशिश की गई तो वे कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं हुए, लेकिन इतना जरूर बताया कि अनामिका का मानदेय रोका गया है. एडी बेसिक के यहां जांच चल रही है. मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST
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