अम्बेडकरनगरः यूपी सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के तमाम दावे पेश करती रहती है. हकीकत ये है कि सड़क कहां है यह ढूंढ़ना मुश्किल है. जर्जर सड़कें और उन पर जलभराव शासन के दावों को आईना दिखा रहे हैं. वहीं यह सड़क राहगीरों के जान के लिए भी आफत बनी है.
मामला जिले के आलापुर तहसील क्षेत्र का है. क्षेत्र के अंतर्गत हंसवर-बिड़हर मुख्य मार्ग पर दर्जनों गड्ढे हादसे का सबब बने हुए हैं. सात किलोमीटर की दूरी में सैकड़ों गड्ढे राहगीरों की परीक्षा लेते नजर आते हैं. मूसेपुर कला, मकरहीं, मदारडीह, चहोंड़ा, इशौरी नसीरपुर में मुख्य मार्ग के गड्ढे जलाशय में तब्दील हो गए हैं. बारिश के बाद स्थिति और भी भयावह हो गई है.
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सड़कों की बुरी हालत के कारण कई किलोमीटर तक जाम भी लग जा रहा है. गड्ढे में फंसकर आने जाने वाले राहगीर चोटिल हो रहे हैं. बावजूद इसके जिम्मेदारों की नजर इस सड़क पर नहीं पड़ रही है. प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद सरकार ने सड़कों की मरम्मत के लिए अभियान चलाया था, लेकिन यह दावा मात्र कागजी ही साबित हुआ.
जिन सड़कों की मरम्मत हुई थी वो सिर्फ औपचारिकता थी. घटिया निर्माण अब लोगों के लिए मुसीबत बनी है. ग्रामीणों का कहना है कि कई बार सड़क मरम्मत कराए जाने की मांग की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई.