अंबेडकरनगर : जनपद मुख्यालय की अकबरपुर नगरपालिका में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है, जो नगरपालिका की मंशा पर सवाल खड़ा कर रहा है. नगरपालिका प्रशासन बिना किसी टेंडर के ही लाखों रुपये का कार्य करा रहा है. बताया जा रहा है कि बिना किसी टेंडर के ही तमसा नदी की सफाई कर सरकारी धन का बंदरबाट किया जा रहा है.
क्या है पूरा मामला
- अकबरपुर नगर के बीचों-बीच से गुजरती तमसा नदी का अस्तित्व खतरे में है.
- एनजीटी ने नदी के मुख्य स्वरूप को बचाये रखने के लिए शहर में नगरपालिका और ग्रामीण इलाकों में मनरेगा से सफाई कराने का निर्देश दिया था.
- नगरपालिका प्रशासन पुकलैंड मशीनों से नदी की सफाई की औपचारिकता निभा रहा है.
- नगरपालिका प्रशासन एनजीटी की सख्ती की आड़ में अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए बिना टेंडर ही सफाई का कार्य करा रहा है.
पोकलैंड चालक ने खोला राज
नदी की सफाई कर रहे पोकलैंड चालक का कहना है कि 9 जून से 14 से 16 घंटे तक प्रतिदिन मशीन चलाई जाती है. 2500 से 3000 रुपये एक घंटे का भाड़ा होता है. ऐसे में देखा जाए तो अब तक तीन लाख से अधिक का कार्य पूरा हो चुका है.
एनजीटी के अध्यक्ष ने तीस जुलाई तक नदी की सफाई का निर्देश दिया था, लेकिन सफाई न होने पर नगरपालिका पर दस करोड़ का जुर्माना लग जाता. जुर्माने से बचने के लिए बिना टेंडर के कार्य कराया जा रहा है. जलकुंभी निकालने के लिए एक लाख का वर्कआर्डर किया गया है.
-सुरेश कुमार मौर्य, ईओ नगरपालिका