ETV Bharat / state

अंबेडकरनगर: मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग पर लगे कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन - ambedkar medical college outsourcing employees protest

अंबेडकरनगर जिले के महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे कर्मचारियों ने कम्पनी के ऊपर अवैध तरीके से धन उगाही करने का आरोप लगाया है. जिसको लेकर सैकड़ों कर्मचारियों ने कॉलेज गेज के पास जमकर विरोध प्रदर्शन किया.

आउटसोर्सिंग पर लगे कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
आउटसोर्सिंग पर लगे कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
author img

By

Published : Jul 14, 2021, 3:06 PM IST

अंबेडकरनगर: महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में कार्य कर रहे कर्मचारियों से अवैध धन उगाही का मामला सामने आया है. धन उगाही से परेशान आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे सैकड़ों कर्मचारियों ने कॉलेज के गेट पर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में कर्मचारियों के आपूर्ति की जिम्मेदारी आउटसोर्सिंग कम्पनी के जिम्मे है. बताया जा रहा है कि इस समय कॉलेज में 275 कमर्चारी कार्य कर रहे हैं. इन कर्मचारियों में कुछ सफाईकर्मी हैं तो कुछ वार्ड और कार्यालयों में ड्यूटी कर रहे हैं.

राजकीय मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे कर्मचारियों ने कम्पनी के ऊपर अवैध तरीके से धन उगाही करने का आरोप लगाया है. कर्मचारियों का आरोप है कि वह यहां वे आठ, दस साल से कार्य कर रहे हैं. पहले कभी कोई पैसा नही मांगा गया, लेकिन अब रजिस्ट्रेशन के नाम पर 11 हजार और नौकरी करने के नाम पर 25 हजार रुपए कम्पनी द्वारा मांग की जा रही है. वहीं पैसा न देने पर बाहर का रास्ता दिखाने की धमकी दी जा रही है. कर्मचारियों का कहना है कि 10 साल तक नौकरी करने के बाद अब अचानक बाहर करने की बात की जा रही है, ऐसे में बाल बच्चों पालन कैसे होगा. कर्मचारियों का आरोप है कि कम्पनी के उत्पीड़न की शिकायत जब कॉलेज प्रशासन से की जाती है तो वहां भी कोई सुनवाई नही होती.

आउटसोर्सिंग पर लगे कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
मेडिकल कॉलेज में कर्मचारियों की सेवा प्रदाता कम्पनी लॉयलटेक की सेवा गत 30 को खत्म हो गयी थी. नया टेंडर सन फैसिलिटी नामक कम्पनी को मिला है. कर्मचारियों का कहना है कि जब से नए कम्पनी कर्मचारी आये हैं तब से उनका शोषण शुरू हो गया है और कम्पनी में काम करने के नाम पर पैसे की मांग हो रही है. मेडीकल कॉलेज में जिस कम्पनी के कर्मचारियों पर अवैध वसूली का आरोप लगा है, उसका अभी तक मेडिकल कॉलेज प्रशासन के साथ न तो एग्रीमेंट फाइनल हुआ है और न ही कम्पनी ने अभी तक सिक्योरिटी मनी ही जमा किया है. बावजूद इसके कर्मचारियों का शोषण शुरू हो गया है.कर्मचारियों के हंगामे और विरोध के बाद कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ सन्दीप कौशिक ने कहा कि पैसा मांगने की जानकारी मुझे नहीं है. अभी तक मेरे पास कोई लिखित शिकायत नहीं आई है, शिकायत मिलने पर कार्रवाई होगी. जिस कम्पनी का टेंडर हुआ है उसका अभी एग्रीमेंट ही नहीं हुआ है, जो कर्मचारी पुरानी कम्पनी में कार्य कर रहे थे उनको निकाला नहीं जाएगा, सिर्फ उन्हीं लोगों पर कार्रवाई होगी जिनके खिलाफ काम में लापरवाही को लेकर एमएस ऑफिस से रिपोर्ट आएगी.

अंबेडकरनगर: महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में कार्य कर रहे कर्मचारियों से अवैध धन उगाही का मामला सामने आया है. धन उगाही से परेशान आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे सैकड़ों कर्मचारियों ने कॉलेज के गेट पर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में कर्मचारियों के आपूर्ति की जिम्मेदारी आउटसोर्सिंग कम्पनी के जिम्मे है. बताया जा रहा है कि इस समय कॉलेज में 275 कमर्चारी कार्य कर रहे हैं. इन कर्मचारियों में कुछ सफाईकर्मी हैं तो कुछ वार्ड और कार्यालयों में ड्यूटी कर रहे हैं.

राजकीय मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे कर्मचारियों ने कम्पनी के ऊपर अवैध तरीके से धन उगाही करने का आरोप लगाया है. कर्मचारियों का आरोप है कि वह यहां वे आठ, दस साल से कार्य कर रहे हैं. पहले कभी कोई पैसा नही मांगा गया, लेकिन अब रजिस्ट्रेशन के नाम पर 11 हजार और नौकरी करने के नाम पर 25 हजार रुपए कम्पनी द्वारा मांग की जा रही है. वहीं पैसा न देने पर बाहर का रास्ता दिखाने की धमकी दी जा रही है. कर्मचारियों का कहना है कि 10 साल तक नौकरी करने के बाद अब अचानक बाहर करने की बात की जा रही है, ऐसे में बाल बच्चों पालन कैसे होगा. कर्मचारियों का आरोप है कि कम्पनी के उत्पीड़न की शिकायत जब कॉलेज प्रशासन से की जाती है तो वहां भी कोई सुनवाई नही होती.

आउटसोर्सिंग पर लगे कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
मेडिकल कॉलेज में कर्मचारियों की सेवा प्रदाता कम्पनी लॉयलटेक की सेवा गत 30 को खत्म हो गयी थी. नया टेंडर सन फैसिलिटी नामक कम्पनी को मिला है. कर्मचारियों का कहना है कि जब से नए कम्पनी कर्मचारी आये हैं तब से उनका शोषण शुरू हो गया है और कम्पनी में काम करने के नाम पर पैसे की मांग हो रही है. मेडीकल कॉलेज में जिस कम्पनी के कर्मचारियों पर अवैध वसूली का आरोप लगा है, उसका अभी तक मेडिकल कॉलेज प्रशासन के साथ न तो एग्रीमेंट फाइनल हुआ है और न ही कम्पनी ने अभी तक सिक्योरिटी मनी ही जमा किया है. बावजूद इसके कर्मचारियों का शोषण शुरू हो गया है.कर्मचारियों के हंगामे और विरोध के बाद कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ सन्दीप कौशिक ने कहा कि पैसा मांगने की जानकारी मुझे नहीं है. अभी तक मेरे पास कोई लिखित शिकायत नहीं आई है, शिकायत मिलने पर कार्रवाई होगी. जिस कम्पनी का टेंडर हुआ है उसका अभी एग्रीमेंट ही नहीं हुआ है, जो कर्मचारी पुरानी कम्पनी में कार्य कर रहे थे उनको निकाला नहीं जाएगा, सिर्फ उन्हीं लोगों पर कार्रवाई होगी जिनके खिलाफ काम में लापरवाही को लेकर एमएस ऑफिस से रिपोर्ट आएगी.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.