अंबेडकरनगर: महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में कार्य कर रहे कर्मचारियों से अवैध धन उगाही का मामला सामने आया है. धन उगाही से परेशान आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे सैकड़ों कर्मचारियों ने कॉलेज के गेट पर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में कर्मचारियों के आपूर्ति की जिम्मेदारी आउटसोर्सिंग कम्पनी के जिम्मे है. बताया जा रहा है कि इस समय कॉलेज में 275 कमर्चारी कार्य कर रहे हैं. इन कर्मचारियों में कुछ सफाईकर्मी हैं तो कुछ वार्ड और कार्यालयों में ड्यूटी कर रहे हैं.
राजकीय मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे कर्मचारियों ने कम्पनी के ऊपर अवैध तरीके से धन उगाही करने का आरोप लगाया है. कर्मचारियों का आरोप है कि वह यहां वे आठ, दस साल से कार्य कर रहे हैं. पहले कभी कोई पैसा नही मांगा गया, लेकिन अब रजिस्ट्रेशन के नाम पर 11 हजार और नौकरी करने के नाम पर 25 हजार रुपए कम्पनी द्वारा मांग की जा रही है. वहीं पैसा न देने पर बाहर का रास्ता दिखाने की धमकी दी जा रही है. कर्मचारियों का कहना है कि 10 साल तक नौकरी करने के बाद अब अचानक बाहर करने की बात की जा रही है, ऐसे में बाल बच्चों पालन कैसे होगा. कर्मचारियों का आरोप है कि कम्पनी के उत्पीड़न की शिकायत जब कॉलेज प्रशासन से की जाती है तो वहां भी कोई सुनवाई नही होती.
अंबेडकरनगर: मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग पर लगे कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
अंबेडकरनगर जिले के महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे कर्मचारियों ने कम्पनी के ऊपर अवैध तरीके से धन उगाही करने का आरोप लगाया है. जिसको लेकर सैकड़ों कर्मचारियों ने कॉलेज गेज के पास जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
अंबेडकरनगर: महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में कार्य कर रहे कर्मचारियों से अवैध धन उगाही का मामला सामने आया है. धन उगाही से परेशान आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे सैकड़ों कर्मचारियों ने कॉलेज के गेट पर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में कर्मचारियों के आपूर्ति की जिम्मेदारी आउटसोर्सिंग कम्पनी के जिम्मे है. बताया जा रहा है कि इस समय कॉलेज में 275 कमर्चारी कार्य कर रहे हैं. इन कर्मचारियों में कुछ सफाईकर्मी हैं तो कुछ वार्ड और कार्यालयों में ड्यूटी कर रहे हैं.
राजकीय मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे कर्मचारियों ने कम्पनी के ऊपर अवैध तरीके से धन उगाही करने का आरोप लगाया है. कर्मचारियों का आरोप है कि वह यहां वे आठ, दस साल से कार्य कर रहे हैं. पहले कभी कोई पैसा नही मांगा गया, लेकिन अब रजिस्ट्रेशन के नाम पर 11 हजार और नौकरी करने के नाम पर 25 हजार रुपए कम्पनी द्वारा मांग की जा रही है. वहीं पैसा न देने पर बाहर का रास्ता दिखाने की धमकी दी जा रही है. कर्मचारियों का कहना है कि 10 साल तक नौकरी करने के बाद अब अचानक बाहर करने की बात की जा रही है, ऐसे में बाल बच्चों पालन कैसे होगा. कर्मचारियों का आरोप है कि कम्पनी के उत्पीड़न की शिकायत जब कॉलेज प्रशासन से की जाती है तो वहां भी कोई सुनवाई नही होती.