अंबेडकरनगर: सरकार बेटियों की सुरक्षा के लाख दावे करे, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस इस दावों पर पानी फेरने से बाज नहीं आ रही. अम्बेडकरनगर में यूपी पुलिस ने पहले तो गायब नाबालिग छात्रा की गुमसुदगी की रिपोर्ट नहीं दर्ज की. उसके बाद बेहोशी की हालत में मिलने पर मुकदमा दर्ज करने के बजाए सुलह का दबाव बनाने लगे. इसके साथ ही पीड़ित छात्रा के पिता को रात भर थाने में बैठाए रखा. मीडिया के हस्तक्षेप के बाद मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई.
जिला अस्पताल में चल रहा है पीड़िता का इलाज
अंबेडकरनगर में एक नाबालिग छात्रा को 5 युवकों ने अपहृत कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. इसके बाद नाबालिग को बेहोशी की हालत में रेलवे स्टेशन के पास छोड़ कर फरार हो गए. पीड़िता का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है.
पुलिस ने बनाया समझौते का दबाव
जब परिजनों ने मामले में मुकदमा दर्ज कराने का प्रयास किया तो अकबरपुर पुलिस ने उन पर समझौते का दबाव बनाने लगी. यहां तक की पीड़िता के पिता को रात भर कोतवाली में बैठा कर रखा गया. बात जब मीडिया में आई तब जाकर पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया.
पुलिस की भूमिका पर उठ रहे सवाल
इस पूरे मामले में शुरू से ही पुलिस की भूमिका ठीक नहीं रही, पहले नाबालिग के गायब होने की जानकारी होने के बावजूद गंभीरता नहीं दिखाई. उसके बाद अकबरपुर पुलिस ने 2 दिनों तक मुकदमा दर्ज करने के बजाए पिता को रात भर थाने में बैठाकर समझौते का दबाव बनाया गया. मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने मालीपुर एसओ को लाइन हाजिर कर दिया और अकबरपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है.
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