प्रयागराज: ढोलक की थाप, नगाड़े की धुन के साथ ही कुम्भ मेला क्षेत्र में बने छवानी से निरंजनी और जूना अखाड़े के साधू-संत संगम नोज पहुंचे. भगवान शिव के जयकारों के बीच दूसरे शाही स्नान में महात्माओं ने आस्था की डुबकी लगाई. आगे-आगे अखाड़े के आराध्य देवता चले और पीछे-पीछे संतों की टोली निकली. नागा साधू के दर्शन के लिए घाट पर करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं का रेला लगा रहा है.
निरंजनी अखाड़े के स्नान के बाद ही जूना अखाड़ा अपनी टोली के साथ ही संगम घाट पहुंचे. सबसे पहले अख़ाडे के महामंडलेश्वर ने गंगा में डुबकी लगाई उसके तुरंत बाद एक साथ नागाओं की टोली गंगा में कूद पड़े. पानी के अंदर नागा साधू ने जमकर करतब दिखाया. 5 हजार से अधिक नागा साधु जूना अखाड़ा में शामिल हुए.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मौनी अमावस्या के स्नान के दिन सुबह 12 बजे से श्रद्धालुओं का रेला लगा रहा. नागा साधू के दर्शन के लिए एक तरफ जहां श्रद्धालुओं का जन सैलाब देखने को मिला. इसी बीच सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए.