प्रयागराज: आस्था और श्रद्धा का भाव लिए करोडों की संख्या में श्रद्धालु संगमनगरी पहुंचे. सभी श्रद्धालु मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए यहां आए हैं. रात्रि के 12 बजे से ही श्रद्धालुओं ने संगम के घाट पर स्नान करना शुरू कर दिया है. वहीं बाबाओं के शाही स्नान के अलग से घाट बनाए गए हैं.
रविवार की रात से ही देश दुनिया के अलग-अलग कोने से आये श्रद्धालु संगम की रेती पर एकत्रित हुए हैं. सभी नागा बाबा के दर्शन के लिए टकटकी लगाए खुले आसमान के नीचे बैठे हुए हैं. इस दिन गंगा स्नान के बाद नागा बाबाओं का दर्शन करना बड़ा ही पुण्य माना जाता है, इसलिए आधी रात से ही संगम नोज पर श्रद्धालुओं का जान सैलाब उमड़ा हुआ है.
मौनी अमावस्या के दिन दूसरे शाही स्नान के लिए मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का रेला देखने को मिल रहा है. यहां हर कोई जय मां गंगे का नारा लगाकर संगम घाट पर डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहा है. मेला क्षेत्र के चारों ओर श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आ रहे हैं. मेला क्षेत्र में कुल 40 घाट बनाए गए हैं. संगमनगरी में चारो ओर से पहुंचने वाले श्रद्धालु घाटों में स्नान करने के साथ ही पंडों को दान कर रहे हैं. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए मेला प्रशासन की ओर से शनिवार को ही पूरी तैयारी कर ली गई थी.