अलीगढ़: देश के प्रतिष्ठित अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) से पीएचडी कर चुके छात्र दानिश रहीम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मीडिया में तारीफ करना अब महंगा (PM Modi praise got expensive) पड़ गया है. रहीम का आरोप है कि एएमयू प्रशासन ने पीएम मोदी (PM Narendra Modi) की तारीफ करने पर उसे डिग्री वापस करने का नोटिस भेजा है. उन्होंने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया (approached the High Court) है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी एक पत्र भेजकर (Letter to Prime Minister Narendra Modi) न्याय की मांग की है. वहीं, AMU प्रशासन का कहना है कि छात्र को गलती से गलत नाम की डिग्री आवंटित हो गई थी, जिसे सही करने के लिए छात्र को नोटिस भेजा गया है.
लेकिन इस बीच योगी सरकार में मंत्री रघुराज सिंह ने AMU के छात्र की डिग्री को लेकर कहा कि AMU को 3 साल के बाद छात्र दानिश की डिग्री में गलतियों का खयाल आया है. ऐसे तो इस मानवीय भूल में सभी को जेल जाना चाहिए.
अगर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के लोग डिग्री देने में भी मानवीय भूल करते हैं तो इसका मतलब यह है कि अलीगढ़ विश्वविद्यालय की ओर से ऐसी बहुत सारी फर्जी डिग्रियां दी गई होगी. आगे उन्होंने कहा कि फर्जी डिग्रियां बांटकर फिर बोल देंगे कि मानवीय गलती हो गई थी. ऐसे में एएमयू में सीबीआई जांच होनी चाहिए और वे उक्त मामले में सीबीआई जांच की मांग करेंगे.
सीबीआई जांच के माध्यम से पता चल जाएगा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की डिग्रियां फर्जी है कि असली हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्ना के समर्थक हैं. जिन्ना ही इन लोगों को खाना दे रहा है. जबकि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को ये लोग पाकिस्तानी यूनिवर्सिटी समझ रहे हैं.
जबकि हिंदुस्तान के फंड से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय चल रही है. ऐसे में यह लोग गलतफहमी के शिकार हैं. क्योंकि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय हिंदुस्तान के पैसे से चल रही हैं. यह बात सभी के दिमाग में रहनी चाहिए.
इसके साथ ही मंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि अगर कोई अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भीतर गलत काम करेगा तो उसकी सीबीआई जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर सभी को जेल भेजा जाएगा.
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