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यति नरसिंहानंद महाराज बोले, मदरसों को बारूद से उड़ा देना चाहिए

अलीगढ़ पहुंचे महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद महाराज (Mahamandaleshwar Swami Yeti Narasimhanand Maharaj) ने रविवार को विवादित बयान दिया है. उन्होंने मदरसों और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को बारूद से उड़ाने की बात कही है.

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यति नरसिंहानंद महाराज का विवादित बयान
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Published : Sep 18, 2022, 5:30 PM IST

Updated : Sep 18, 2022, 5:38 PM IST

अलीगढ़: श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के समापन के मौके पर महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद महाराज (Mahamandaleshwar Swami Yeti Narasimhanand Maharaj) रविवार को नौरंगाबाद स्थित सनातन सभागार पहुंचे. यहां उन्होंने हिंदू धर्म की रक्षा का प्रण लिया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मदरसों को बारूद से उड़ा देना चाहिए और मदरसे के सारे विद्यार्थियों को ऐसे शिविरों में भेज देना चाहिए, जहां पर उनके दिमाग से कुरान नाम का वायरस निकाला जा सका.

वहीं राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Rahul Gandhi India Jodo Yatra) पर तंज भी कसते हुए यति नरसिंहानंद महाराज ने कहा कि यह यात्रा एक मजाक है. राहुल गांधी जिहादियों के साथी हैं. वह उत्तर प्रदेश में जीत नहीं सकें और केरल में जाकर वायनाड से चुनाव लड़े. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ने के लिए उनके पास एक ऐतिहासिक मौका था. गांधी परिवार ने देश को बर्बाद कर दिया. अगर वह भारत जोड़ना चाहते हैं, तो पाकिस्तान और बांग्लादेश में जाएं. जिसे महात्मा गांधी ने बनवाया था. पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश को भारत से जोड़ दें. उसके बाद उनसे जुड़ जाएंगे.

वहीं, नीतीश कुमार के यूपी के फूलपुर से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति एक मजाक बनकर रह गई है. नीतीश कुमार बिना बीजेपी की बैसाखी के मुख्यमंत्री नहीं बन पाएं तो फिर कैसे प्रधानमंत्री बनेंगे. उन्होंने कहा कि नेताओं की सोच विकलांग हो गई है. उनके मन में त्याग की भावना नहीं है. वह जन सेवा के लिए कोई पद नहीं चाहते, बल्कि अपनी सेवा जनता से करवाना चाहते है. इसके लिए पद लोलुपता उनके अंदर है.

लंपी बीमारी से गौ माता के मरने पर उन्होंने कहा कि यह दुखद विषय है क्योंकि गाय का कोई वोट नहीं है. अगर गाय का वोट बनवा दें, तो सरकार गाय की चिंता करेगी. यह भारत जैसे देश के लिए शर्म और पीड़ा की बात है. यह देश का दुर्भाग्य है कि गौ माता के लिए इस देश में कुछ नहीं होता.

मीडिया से बातचीत करते महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद महाराज

उधर, मदरसे की जांच को लेकर कहा यति महाराज ने कहा कि मदरसे जैसी संस्था नहीं होनी चाहिए. जितने भी मदरसे हैं, उन्हें बारूद से उड़ा देना चाहिए. जैसे चीन करता है. मदरसे के सारे विद्यार्थी को ऐसे शिविरों में भेज देना चाहिए. जहां से उनके दिमाग से कुरान नाम का वायरस निकाला जा सकें.

यह भी पढ़ें: नरसिंहानंद सरस्वती का विवादित बयान, हिंदू को नहीं मिल रहा लाश उठाने वाला

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में महिला अध्यक्ष चुने जाने के बाद अमूटा का चुनाव निरस्त किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस्लाम को सारी दुनिया जानती है और एएमयू इस्लाम का सबसे बड़ा गढ़ है. यहीं से भारत की विभाजन की नींव रखी गई थी. उन्होंने कहा कि मदरसे की तरह एएमयू को भी बारूद से उड़ा देना चाहिए और जितने लोग इसमें रहते हैं, उन्हें डिटेंशन सेंटर में भेजकर उनके दिमाग का इलाज होना चाहिए. बिल्डिंग को बमों से ध्वस्त कर देना चाहिए.

मुकदमा दर्ज होने पर उन्होंने कहा कि हम सच बोलते हैं, इसलिए मुकदमे दर्ज होते हैं. उन्होंने कहा कि साधुओं को सरकार की मदद की जरूरत नहीं है. हम जैसे बाहर है वैसे ही जेल में भी है. हमें किसी सरकार से मदद की जरूरत नहीं है और हम सरकार से कोई मदद मांगते हैं तो समाज के लिए मांगते हैं. अपने लिए किसी सरकार से मदद की कोई जरूरत नहीं है.

ज्ञानवापी मस्जिद के सवाल पर उन्होंने कहा कि हिंदू समाज जागृत हो चुका है. जल्द ही हिंदू समाज को वापस मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि हमें मक्केश्वर महादेव पर मेहनत करनी चाहिए. मक्केश्वर महादेव हमारे पास आएं इसके लिए पूरी जान लगा देनी चाहिए. केवल ज्ञानवापी को लेकर क्या होगा. पूरी दुनिया में जहां भी मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है. वह सारे स्थान हमारे वापस आने चाहिए. यही धर्म है. यही मानवता है. इसके लिए जो भी कुछ करना हो वह किया जाना चाहिए.

लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर उन्होंने कहा कि वह अपराध नहीं है, बल्कि इस्लाम का जिहाद है. जिहादियों ने घटना की है, जो पिछले 14 सौ सालों से हमारी बहन बेटियों को शिकार बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि वहां जिहाद हुआ है पहले जिहाद को समझिए और जिहाद को मिटाइए. तभी मानवता सुरक्षित होगी नहीं तो जिहाद सबको खत्म करेगा. उन्होंने कहा कि लखीमपुर की घटना की तरह हर हिंदू बेटी के साथ यह घटना हो सकती है.

यह भी पढ़ें: महामंडलेश्वर महंत यति नरसिंहानंद को मिली जान से मारने की धमकी

अलीगढ़: श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के समापन के मौके पर महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद महाराज (Mahamandaleshwar Swami Yeti Narasimhanand Maharaj) रविवार को नौरंगाबाद स्थित सनातन सभागार पहुंचे. यहां उन्होंने हिंदू धर्म की रक्षा का प्रण लिया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मदरसों को बारूद से उड़ा देना चाहिए और मदरसे के सारे विद्यार्थियों को ऐसे शिविरों में भेज देना चाहिए, जहां पर उनके दिमाग से कुरान नाम का वायरस निकाला जा सका.

वहीं राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Rahul Gandhi India Jodo Yatra) पर तंज भी कसते हुए यति नरसिंहानंद महाराज ने कहा कि यह यात्रा एक मजाक है. राहुल गांधी जिहादियों के साथी हैं. वह उत्तर प्रदेश में जीत नहीं सकें और केरल में जाकर वायनाड से चुनाव लड़े. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ने के लिए उनके पास एक ऐतिहासिक मौका था. गांधी परिवार ने देश को बर्बाद कर दिया. अगर वह भारत जोड़ना चाहते हैं, तो पाकिस्तान और बांग्लादेश में जाएं. जिसे महात्मा गांधी ने बनवाया था. पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश को भारत से जोड़ दें. उसके बाद उनसे जुड़ जाएंगे.

वहीं, नीतीश कुमार के यूपी के फूलपुर से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति एक मजाक बनकर रह गई है. नीतीश कुमार बिना बीजेपी की बैसाखी के मुख्यमंत्री नहीं बन पाएं तो फिर कैसे प्रधानमंत्री बनेंगे. उन्होंने कहा कि नेताओं की सोच विकलांग हो गई है. उनके मन में त्याग की भावना नहीं है. वह जन सेवा के लिए कोई पद नहीं चाहते, बल्कि अपनी सेवा जनता से करवाना चाहते है. इसके लिए पद लोलुपता उनके अंदर है.

लंपी बीमारी से गौ माता के मरने पर उन्होंने कहा कि यह दुखद विषय है क्योंकि गाय का कोई वोट नहीं है. अगर गाय का वोट बनवा दें, तो सरकार गाय की चिंता करेगी. यह भारत जैसे देश के लिए शर्म और पीड़ा की बात है. यह देश का दुर्भाग्य है कि गौ माता के लिए इस देश में कुछ नहीं होता.

मीडिया से बातचीत करते महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद महाराज

उधर, मदरसे की जांच को लेकर कहा यति महाराज ने कहा कि मदरसे जैसी संस्था नहीं होनी चाहिए. जितने भी मदरसे हैं, उन्हें बारूद से उड़ा देना चाहिए. जैसे चीन करता है. मदरसे के सारे विद्यार्थी को ऐसे शिविरों में भेज देना चाहिए. जहां से उनके दिमाग से कुरान नाम का वायरस निकाला जा सकें.

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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में महिला अध्यक्ष चुने जाने के बाद अमूटा का चुनाव निरस्त किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस्लाम को सारी दुनिया जानती है और एएमयू इस्लाम का सबसे बड़ा गढ़ है. यहीं से भारत की विभाजन की नींव रखी गई थी. उन्होंने कहा कि मदरसे की तरह एएमयू को भी बारूद से उड़ा देना चाहिए और जितने लोग इसमें रहते हैं, उन्हें डिटेंशन सेंटर में भेजकर उनके दिमाग का इलाज होना चाहिए. बिल्डिंग को बमों से ध्वस्त कर देना चाहिए.

मुकदमा दर्ज होने पर उन्होंने कहा कि हम सच बोलते हैं, इसलिए मुकदमे दर्ज होते हैं. उन्होंने कहा कि साधुओं को सरकार की मदद की जरूरत नहीं है. हम जैसे बाहर है वैसे ही जेल में भी है. हमें किसी सरकार से मदद की जरूरत नहीं है और हम सरकार से कोई मदद मांगते हैं तो समाज के लिए मांगते हैं. अपने लिए किसी सरकार से मदद की कोई जरूरत नहीं है.

ज्ञानवापी मस्जिद के सवाल पर उन्होंने कहा कि हिंदू समाज जागृत हो चुका है. जल्द ही हिंदू समाज को वापस मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि हमें मक्केश्वर महादेव पर मेहनत करनी चाहिए. मक्केश्वर महादेव हमारे पास आएं इसके लिए पूरी जान लगा देनी चाहिए. केवल ज्ञानवापी को लेकर क्या होगा. पूरी दुनिया में जहां भी मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है. वह सारे स्थान हमारे वापस आने चाहिए. यही धर्म है. यही मानवता है. इसके लिए जो भी कुछ करना हो वह किया जाना चाहिए.

लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर उन्होंने कहा कि वह अपराध नहीं है, बल्कि इस्लाम का जिहाद है. जिहादियों ने घटना की है, जो पिछले 14 सौ सालों से हमारी बहन बेटियों को शिकार बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि वहां जिहाद हुआ है पहले जिहाद को समझिए और जिहाद को मिटाइए. तभी मानवता सुरक्षित होगी नहीं तो जिहाद सबको खत्म करेगा. उन्होंने कहा कि लखीमपुर की घटना की तरह हर हिंदू बेटी के साथ यह घटना हो सकती है.

यह भी पढ़ें: महामंडलेश्वर महंत यति नरसिंहानंद को मिली जान से मारने की धमकी

Last Updated : Sep 18, 2022, 5:38 PM IST
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