अलीगढ़: अलीगढ़ में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने एक सराहनीय कदम उठाया है. महिलाओं की सुरक्षा के लिए कलेक्ट्रेट में वुमेन प्रोटेक्शन सेल की स्थापना की गई है. इसमें गांव से लेकर वार्ड स्तर तक निगरानी कमेटी को पुलिस प्रशासन की मशीनरी से जोड़ा गया है. डीएम और एसएसपी ने वूमेन प्रोटेक्शन सेल का शुभारंभ कलेक्ट्रेट के कक्ष संख्या-5 में किया है. प्रोटेक्शन सेल महिलाओं की सुरक्षा के लिए 24 घंटे कार्य करेगा.
तत्काल मिलेगी सहायता
यह वूमेन प्रोटेक्शन सेल को घरेलू हिंसा, महिला उत्पीड़न पर अंकुश के लिए जिला प्रशासन ने पहल की है. इसका शुभारंभ होने से पहले सेल के संचालन का प्रस्तुतीकरण किया गया. इसका मकसद घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न के मामलों पर लगाम लगाना है. इस सेल के माध्यम से महिलाओं को तत्काल सहायता मिलने का दावा किया जा रहा है.
सेल कैसे करेगा काम?
जिले का कोई भी व्यक्ति वूमेन प्रोटेक्शन सेल के मोबाइल नंबर पर कॉल, मैसेज या व्हाट्सएप से शिकायत कर सकेगा. सेल ग्राम स्तर, वार्ड स्तर की टीम को सूचित करेगा. संबंधित थाना इंचार्ज, चौकी इंचार्ज, तहसीलदार और एसडीएम को भी जानकारी देगा, जिसके बाद मौके पर टीम भेजी जाएगी. इसमें 112 और 181 हेल्पलाइन को भी शामिल किया गया है. अगर मामला नियंत्रण में नहीं आएगा तो डीएम, एसएसपी और सीडीओ का सहयोग लिया जाएगा. शिकायत का फॉलोअप भी होगा.
वूमेन प्रोटेक्शन सेल के नंबर किये गए जारी
9149230086, 6397567702 , 78170 90649
वॉलेंटियर जोड़े जाएंगे
वूमेन प्रोटेक्शन सेल वॉलेंटियर जोड़ने के लिए अभियान चलाएगी. इसमें जिले भर से युवक-युवतियों को जोड़ा जाएगा. सभी को डीएम के हस्ताक्षर से पहचान पत्र जारी होगा, जो टीम का हिस्सा बनायें जाएंगे. वहीं चौकीदार, आंगनबाड़ी, आशा, एएनएम, राशन डीलर, जन सेवा केंद्र संचालक और सफाई कर्मी भी इसमें सदस्य होंगे, जबकि आंगनबाड़ी की मुख्य सेविका, ग्राम पंचायत सचिव, लेखपाल और राशन डीलर पर्यवेक्षक होंगे.
डॉक्यूमेंट्री दिखाकर किया जागरूक
वूमेन प्रोटेक्शन सेल के उद्घाटन कार्यक्रम में दो डॉक्यूमेंट्री फिल्में दिखाई गईं, जिसमें एक फिल्म छेड़खानी से संबंधित थी तो वहीं दूसरी फिल्म महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित करने से थी. इस पूरे कार्यक्रम को सोशल मीडिया पर भी प्रचार किया जा रहा है.