अलीगढ़: यूपी में राजनीतिक दल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशी घोषित करने में लगे हैं तो वहीं जिले के अधिकारी भी इलेक्शन मोड में आ गए हैं. चुनाव आयोग की तरफ से जिलाधिकारियों के लिए इलेक्शन की तैयारियों को लेकर निर्देश आने शुरू हो गए हैं. शनिवार को चुनाव संबंधी तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में निर्वाचन प्रभारियों के साथ बैठक आयोजित की गई. इस दौरान जिले के अधिकारियों को चुनाव से संबंधित दायित्वों को सौपा गया.
बैठक में बताया गया कि संभव है कि चुनाव आचार संहिता जनवरी के महीने में लग जाए और इससे पहले एमएलसी का चुनाव दिसम्बर में हो सकता है. आने वाला वक्त जिले के अधिकारियों के लिए चुनावी व्यस्तता भरा होगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने प्लानिंग शुरू कर दी है. चुनाव से संबंधित काम को विभागों और अधिकारियों को सौंपा जा रहा है. चुनाव से संबंधित ट्रेनिंग, मतदाता सूची, ईवीएम की जांच, धनबल और बाहुबल के प्रदर्शन पर रोक, कोविड वैक्सीनेशन आदि गतिविधियों की मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने कहा कि चुनाव आचार संहिता से पहले ही इलेक्शन संबंधी काम को पूरा करना है. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के बाद अलीगढ़ में जहरीली शराब को लेकर प्रॉब्लम आई थी. इसको लेकर के जिला आबकारी अधिकारी को विशेष निर्देश दिए हैं, ताकि चुनावी मौसम में अवैध शराब के कारोबार पर रोक लग सकें. उन्होंने चुनाव से संबंधित हेल्पलाइन और कंट्रोल रूम बनाने का निर्देश दिया है. वहीं, चुनाव को अच्छे से संपन्न कराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग को अध्यापकों की कमेटी बनाने के लिए निर्देश दिए हैं, ताकि बीएलओ के काम में लगे टीचर्स और पीठासीन अधिकारियों की अच्छी तरह ट्रेनिंग कराई जा सकें.
वहीं चुनाव में लगने वाले सभी कर्मचारियों के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट का सत्यापन भी किया जाएगा. चुनाव में सभी कर्मचारी और अधिकारियों का डबल वैक्सीनेशन पर जोर दिया है. इलेक्शन के समय में खराब ईवीएम मशीन को बदलने के निर्देश भी दिए हैं. जिलाधिकारी ने नए वोटरों को जोड़ने के लिए निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि जिले में नए मतदाताओं को जोड़ने के लिए करीब दो लाख फार्म वितरित कराए जाएंगे. इसमें देहात क्षेत्र में 25 प्रतिशत फॉर्म और नए वोटरों को बनाने के लिए 50 प्रतिशत फॉर्म भरवाने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए बीएलओ की ट्रेनिंग भी कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव कराने में सभी काम महत्वपूर्ण है.
यह भी पढ़ें: लखीमपुर हिंसा: मुख्य आरोपी आशीष को हुआ डेंगू, SIT ने नहीं की पूछताछ
चुनाव की तैयारियों को लेकर एडीएम सिटी राकेश कुमार पटेल ने बताया कि निर्वाचन के कार्य में लगने वाले सरकारी विभाग और अधिकारियों को विस्चृत निर्देश दिए गए हैं. एक नवम्बर से वोटर लिस्ट को दुरूस्त करने के लिए अधिसूचना आएगी. मतदाताओं के बीच जाकर वोटर लिस्ट में नाम बढ़ाने का कार्य किया जाएगा. खासतौर से 18 साल के होने वाले युवाओं को स्वीप गतिविधियों के आधार पर वोटर लिस्ट से जोड़ा जाएगा, ताकि 2022 के चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढ़ सकें. इलेक्शन कराने की तैयारी भी की गई है.