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'शौचालय निर्माण से मुस्लिम छात्राओं के पढ़ाई छोड़ने की दर में आई कमी'

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Published : Dec 22, 2020, 6:19 PM IST

यूपी के अलीगढ़ में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एमयू के छात्रों को शताब्दी समारोह पर संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण से मुस्लिम छात्राओं के पढ़ाई छोड़ने की दर में आई कमी.

एएमयू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को किया संबोधित.
एएमयू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को किया संबोधित.

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को वर्चुल माध्यम से संबोधित किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मुस्लिम नारी समाज में बदलाव आ रहा है. नेशन बिल्डिंग में मुस्लिम महिलाएं आगे आ रही हैं. उन्होंने बताया कि 70 साल से देश की मुस्लिम छात्राओं का ड्रॉप आउट रेट 70 प्रतिशत था.

एक करोड़ मुस्लिम बेटियों को मिली स्कॉलरशिप.

शौचालय से मुस्लिम छात्राओं का ड्रॉप आउट रेट कम
प्रधानमंत्री ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत बहुत बड़ा बदलाव आया है. देश में दस करोड़ शौचालय बिना भेदभाव के बनाये गये हैं. जिसका लाभ मुस्लिम बच्चियों को भी मिला है. उन्होंने कहा कि 70 साल से देश की मुस्लिम छात्राओं का ड्रॉप आउट रेट 70 प्रतिशत था. मुस्लिम बेटियां अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पा रही थीं. इसी स्थिति को देखकर स्वच्छ भारत मिशन प्रारंभ हुआ और गांव-गांव शौचालय बनाये गये.

सरकार ने मिशन मोड पर शौचालय बनाये इसी के चलते मुस्लिम बेटियों का ड्रॉप आउट रेट 70 प्रतिशत से घटकर करीब 30 प्रतिशत रह गया है. उन्होंने बताया कि पहले लाखों मुस्लिम बेटियां शौचालय की कमी की वजह से पढ़ाई छोड़ देती थी. अब हालात बदल गये हैं.

एएमयू में 35 प्रतिशत फीमेल छात्राएं
प्रधानमंत्री ने आंकड़े दिये कि एएमयू में फीमेल स्टूडेंट की संख्या भी 35 प्रतिशत हो गई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि मुस्लिम बेटियों की शिक्षा व उनके सशक्तिकरण पर सरकार बहुत ध्यान दे रही है. पिछले छह साल में सरकार द्वारा करीब एक करोड़ मुस्लिम बेटियों को स्कॉलरशिप दी गई. जेंडर के आधार पर भेदभाव न हो. एएमयू की स्थापना की प्राथमिकताओं में नारी शिक्षा प्रमुख थी.

बेटियों को उच्च शिक्षा दिलायें
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक को कुप्रथा बताया और कहा कि इसके अंत से देश आगे बढ़ा है. उन्होंने कहा कि पहले एक महिला का शिक्षित होने पर पूरा परिवार शिक्षित माना जाता था. परिवार के शिक्षित होने का मायने भी हैं. प्रधानमंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि बेटियों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा से जोड़ें. बेटियों को सिर्फ शिक्षा ही नहीं बल्कि उच्च शिक्षा भी दिलायें.

छात्रों के हिसाब से बनी नई एजुकेशन पॉलिसी
पीएम मोदी ने कहा कि नई एजुकेशन पॉलिसी 21वीं सदी के छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनायी गई है. इससे देश का युवा नेशन फर्स्ट के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध होगा. नए-नए स्टार्टअप के जरिए देश की चुनौतियों का समाधान निकाल रहा है.

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को वर्चुल माध्यम से संबोधित किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मुस्लिम नारी समाज में बदलाव आ रहा है. नेशन बिल्डिंग में मुस्लिम महिलाएं आगे आ रही हैं. उन्होंने बताया कि 70 साल से देश की मुस्लिम छात्राओं का ड्रॉप आउट रेट 70 प्रतिशत था.

एक करोड़ मुस्लिम बेटियों को मिली स्कॉलरशिप.

शौचालय से मुस्लिम छात्राओं का ड्रॉप आउट रेट कम
प्रधानमंत्री ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत बहुत बड़ा बदलाव आया है. देश में दस करोड़ शौचालय बिना भेदभाव के बनाये गये हैं. जिसका लाभ मुस्लिम बच्चियों को भी मिला है. उन्होंने कहा कि 70 साल से देश की मुस्लिम छात्राओं का ड्रॉप आउट रेट 70 प्रतिशत था. मुस्लिम बेटियां अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पा रही थीं. इसी स्थिति को देखकर स्वच्छ भारत मिशन प्रारंभ हुआ और गांव-गांव शौचालय बनाये गये.

सरकार ने मिशन मोड पर शौचालय बनाये इसी के चलते मुस्लिम बेटियों का ड्रॉप आउट रेट 70 प्रतिशत से घटकर करीब 30 प्रतिशत रह गया है. उन्होंने बताया कि पहले लाखों मुस्लिम बेटियां शौचालय की कमी की वजह से पढ़ाई छोड़ देती थी. अब हालात बदल गये हैं.

एएमयू में 35 प्रतिशत फीमेल छात्राएं
प्रधानमंत्री ने आंकड़े दिये कि एएमयू में फीमेल स्टूडेंट की संख्या भी 35 प्रतिशत हो गई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि मुस्लिम बेटियों की शिक्षा व उनके सशक्तिकरण पर सरकार बहुत ध्यान दे रही है. पिछले छह साल में सरकार द्वारा करीब एक करोड़ मुस्लिम बेटियों को स्कॉलरशिप दी गई. जेंडर के आधार पर भेदभाव न हो. एएमयू की स्थापना की प्राथमिकताओं में नारी शिक्षा प्रमुख थी.

बेटियों को उच्च शिक्षा दिलायें
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक को कुप्रथा बताया और कहा कि इसके अंत से देश आगे बढ़ा है. उन्होंने कहा कि पहले एक महिला का शिक्षित होने पर पूरा परिवार शिक्षित माना जाता था. परिवार के शिक्षित होने का मायने भी हैं. प्रधानमंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि बेटियों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा से जोड़ें. बेटियों को सिर्फ शिक्षा ही नहीं बल्कि उच्च शिक्षा भी दिलायें.

छात्रों के हिसाब से बनी नई एजुकेशन पॉलिसी
पीएम मोदी ने कहा कि नई एजुकेशन पॉलिसी 21वीं सदी के छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनायी गई है. इससे देश का युवा नेशन फर्स्ट के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध होगा. नए-नए स्टार्टअप के जरिए देश की चुनौतियों का समाधान निकाल रहा है.

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