अलीगढ़ः जनपद के मुस्लिम विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (अमुटा) का चुनाव मतदाता सूची सहित प्रक्रिया न अपनाने के चलते स्थगित कर दिया गया है. इसके साथ ही रजिस्ट्रार ने 4 सदस्य चुनाव कराने के लिए कमेटी भी गठित की है. एएमयू प्रशासन (AMU Administration) द्वारा कहा गया है, कि 10 अक्टूबर तक चुनाव कराने की तैयारी की गई है. वहीं, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सह कुलपति को छात्र कल्याण कमेटी का पद दे दिया गया है.
बता दें कि 31 अगस्त को मुस्लिम विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (Muslim University Teachers Association) की ओर से डीन छात्र कल्याण कमेटी प्रोफेसर मुजाहिद बेग को मुख्य चुनाव अधिकारी नामित किया था. उन्होंने तीन सितंबर से लेकर 15 सितंबर तक चुनाव प्रक्रिया निर्धारित की थी. जिसमें तीन सितंबर को मतदाताओं की सूची प्रदर्शित की जानी थी. पांच सितंबर को नए मतदाता सूची, जबकि छह सितंबर को संशोधित सूची प्रकाशित होनी थी. इसके बाद सात सितंबर को अध्यक्ष सहित सभी पदों पर नामांकन होना था. जो नहीं हो सका. इसके बाद 12 सितंबर को नामांकन किया गया. जिसमें अध्यक्ष पद पर नामांकन करने वाली प्रोफेसर चांदनी बी को निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया.
जबकि 10 लोग एग्जीक्यूटिव मेंबर चुने गए थे. सचिव और संयुक्त सचिव पद पर 15 सितंबर को चुनाव होना था. बुधवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति ने शिक्षक संघ चुनाव के मामले में 4 सदस्य कमेटी बनाई है. जो पूर्व में शिक्षक संघ के सचिव रह चुके हैं. उनसे 3 दिन में संवैधानिक तरीके से चुनाव कराने की रिपोर्ट मांगी गई है. कमेटी में डॉ. मोहम्मद शाहिद, प्रोफेसर अब्दुस सलाम, प्रोफेसर मोहम्मद रिजवान खान व प्रोफेसर आफताब आलम शामिल हैं.
शिक्षकों का चुनाव कराने वाले चुनाव अधिकारी प्रोफेसर मुजाहिद बेग (Professor Mujahid Baig) ने छात्र कल्याण के डीन पद से इस्तीफा दे दिया है. पहले उन्होंने सुरक्षा गार्ड और वाहन वापस कर दिए थे. कुलपति ने सह कुलपति प्रोफेसर गुलरेज अहमद को छात्र कल्याण का डीन नियुक्त कर दिया है. जानकारों का कहना है कि छात्र कल्याण कमेटी का पद सह कुलपति को नहीं देना चाहिए. क्योंकि कुलपति की गैर मौजूदगी में सह कुलपति कार्यभार संभालते हैं.
यह भी पढ़ें-डेढ़ माह में दो बार कटा चालान तो ऑटो ड्राइवर ने दे दी जान
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ( Aligarh Muslim University शिक्षक संघ का चुनाव स्थगित होने के बाद कई प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. जिसमें एएमयू के पूर्व मीडिया सलाहकार जसीम मोहम्मद ने कहा कि चाटुकार शिक्षक ही इसके जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि एएमयू कुलपति डॉ तारिक मंसूर ने एएमयू (AMU Vice Chancellor Dr Tariq Mansoor ) में शिक्षकों की गरिमा का गला घोंटा है.
यह भी पढ़ें- BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह का कार्यकाल बढ़ाने को मंजूरी