अलीगढ़ : साथा चीनी मिल के बंद हो जाने के कारण जिले के गन्ना किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. गन्ना किसान मंगलवार को अपने-अपने ट्रैक्टर में गन्ना भरकर कलक्ट्रेट पहुंच गए. किसानों की भारी संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए. मंगलवार को छुट्टी होने के कारण कार्यालय बंद था फिर भी भारी संख्या में पहुंचे किसानों को समझाने के लिए एडीएम और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए.
मामले की गंभीरता को देखते हुए सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम, एडीएम, पुलिस बल सहित कलेक्ट्रेट पहुंच गए और किसानों की महापंचायत में शामिल होकर उनके समाधान में जुटे. गन्ना किसान पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन से अपनी समस्या को लेकर शिकायत कर रहे थे. जहां एक तरफ गन्ने की पेराई नहीं हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ खेतों में लंबे समय से खड़े गन्ने के कारण रबी की फसल की बुवाई भी किसान नहीं कर पा रहा है.
इस दौरान किसान नेता ओमवीर सिंह ने कहा कि एक साल से साथा चीनी मिल खराब है. तीन से चार बार मिल बंद हो चुकी है. इस कारण दस फीसदी गन्ने की पेराई भी नहीं हो पाई है. गन्ना किसाननई चीनी मिल खोलने की मांग कर रहे हैं,लेकिन सरकार के पास चीनी मिल के लिए पैसा नहीं है. उन्होंने बताया कि लखनऊ स्तर तक बात की गई,लेकिन नई चीनी मिल लगाने के लिए सरकार के पास ढाई सौ करोड़ रुपए नहीं है.
वहीं सिटी मजिस्ट्रेट नलिन कांत सिंह ने कहा कि किसान चाहते हैं कि गन्ने की पेराई हो जाए. गन्ना चीनी मिल के जीएम को बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि एक दिन में गन्ने की फैक्ट्री नहीं लगाई जा सकती है. किसानों की समस्या है और समाधान के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत किया जा रहा है.