ETV Bharat / state

अलीगढ़: चीनी मिल बंद, किसानों ने गन्ना लदे ट्रैक्टर कलेक्ट्रेट में खड़े किए

मंगलवार को छुट्टी होने के कारण कार्यालय बंद था फिर भी भारी संख्या में पहुंचे किसानों को समझाने के लिए एडीएम और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए.

किसानों का धरना
author img

By

Published : Feb 19, 2019, 8:50 PM IST

अलीगढ़ : साथा चीनी मिल के बंद हो जाने के कारण जिले के गन्ना किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. गन्ना किसान मंगलवार को अपने-अपने ट्रैक्टर में गन्ना भरकर कलक्ट्रेट पहुंच गए. किसानों की भारी संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए. मंगलवार को छुट्टी होने के कारण कार्यालय बंद था फिर भी भारी संख्या में पहुंचे किसानों को समझाने के लिए एडीएम और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए.

मीडिया से बात करते किसान नेता और प्रशासनिक अधिकारी.

मामले की गंभीरता को देखते हुए सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम, एडीएम, पुलिस बल सहित कलेक्ट्रेट पहुंच गए और किसानों की महापंचायत में शामिल होकर उनके समाधान में जुटे. गन्ना किसान पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन से अपनी समस्या को लेकर शिकायत कर रहे थे. जहां एक तरफ गन्ने की पेराई नहीं हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ खेतों में लंबे समय से खड़े गन्ने के कारण रबी की फसल की बुवाई भी किसान नहीं कर पा रहा है.

इस दौरान किसान नेता ओमवीर सिंह ने कहा कि एक साल से साथा चीनी मिल खराब है. तीन से चार बार मिल बंद हो चुकी है. इस कारण दस फीसदी गन्ने की पेराई भी नहीं हो पाई है. गन्ना किसाननई चीनी मिल खोलने की मांग कर रहे हैं,लेकिन सरकार के पास चीनी मिल के लिए पैसा नहीं है. उन्होंने बताया कि लखनऊ स्तर तक बात की गई,लेकिन नई चीनी मिल लगाने के लिए सरकार के पास ढाई सौ करोड़ रुपए नहीं है.

undefined

वहीं सिटी मजिस्ट्रेट नलिन कांत सिंह ने कहा कि किसान चाहते हैं कि गन्ने की पेराई हो जाए. गन्ना चीनी मिल के जीएम को बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि एक दिन में गन्ने की फैक्ट्री नहीं लगाई जा सकती है. किसानों की समस्या है और समाधान के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत किया जा रहा है.

अलीगढ़ : साथा चीनी मिल के बंद हो जाने के कारण जिले के गन्ना किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. गन्ना किसान मंगलवार को अपने-अपने ट्रैक्टर में गन्ना भरकर कलक्ट्रेट पहुंच गए. किसानों की भारी संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए. मंगलवार को छुट्टी होने के कारण कार्यालय बंद था फिर भी भारी संख्या में पहुंचे किसानों को समझाने के लिए एडीएम और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए.

मीडिया से बात करते किसान नेता और प्रशासनिक अधिकारी.

मामले की गंभीरता को देखते हुए सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम, एडीएम, पुलिस बल सहित कलेक्ट्रेट पहुंच गए और किसानों की महापंचायत में शामिल होकर उनके समाधान में जुटे. गन्ना किसान पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन से अपनी समस्या को लेकर शिकायत कर रहे थे. जहां एक तरफ गन्ने की पेराई नहीं हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ खेतों में लंबे समय से खड़े गन्ने के कारण रबी की फसल की बुवाई भी किसान नहीं कर पा रहा है.

इस दौरान किसान नेता ओमवीर सिंह ने कहा कि एक साल से साथा चीनी मिल खराब है. तीन से चार बार मिल बंद हो चुकी है. इस कारण दस फीसदी गन्ने की पेराई भी नहीं हो पाई है. गन्ना किसाननई चीनी मिल खोलने की मांग कर रहे हैं,लेकिन सरकार के पास चीनी मिल के लिए पैसा नहीं है. उन्होंने बताया कि लखनऊ स्तर तक बात की गई,लेकिन नई चीनी मिल लगाने के लिए सरकार के पास ढाई सौ करोड़ रुपए नहीं है.

undefined

वहीं सिटी मजिस्ट्रेट नलिन कांत सिंह ने कहा कि किसान चाहते हैं कि गन्ने की पेराई हो जाए. गन्ना चीनी मिल के जीएम को बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि एक दिन में गन्ने की फैक्ट्री नहीं लगाई जा सकती है. किसानों की समस्या है और समाधान के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत किया जा रहा है.

Intro:अलीगढ़: अलीगढ़ में गन्ना किसान बेहाल है .जिले में मौजूद साथा चीनी मिल व गोपी चीनी मिल बंद होने के कारण गन्ना किसानों पर पहाड़ टूट पड़ा है. हालांकि योगी सरकार बड़े बड़े दावे करती है लेकिन 40 साल पुरानी साथा चीनी मिल ना चलने के कारण किसान परेशान है .और आज किसानों ने अपना गन्ना ट्रैक्टरों पर लादकर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने खड़ा कर दिया . करीब दो दर्जन ट्रैक्टरों में भरा गन्ना कलेक्ट्रेट पर लाकर खड़ा कर दिया. आज छुट्टी होने की वजह से कलेक्ट्रेट पर कोई चकल्लस नहीं थी. लेकिन खून के आंसू रो रहे किसान ट्रैक्टरों में लादकर गन्ना कलेक्ट्रेट पर खड़ा कर दिया. जिससे जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए.


Body:इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम,एडीएम, पुलिस बल सहित सभी लोग कलेक्ट्रेट पहुंच गए और किसानों की महापंचायत में शामिल होकर उनके समाधान में जुट गए. गन्ना किसान पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन से अपनी समस्या को लेकर अवगत करा रहे थे. एक तरफ गन्ने की पेराई नहीं हो रही है तो दूसरी तरफ खेतों में लंबे समय से खड़े गन्ने के कारण रबी की फसल की बुवाई भी किसान नहीं कर पा रहा है. जिला प्रशासन गन्ना किसानों को हमेशा आश्वासन देखकर ही संतुष्ट करते रहे. लेकिन उनकी समस्या का निवारण नहीं हो पाया.गन्ना किसानों ने कलेक्ट्रेट पर महापंचायत की और नई चीनी मिल खोलने की आवाज उठाई है.


Conclusion:किसान नेता ओमवीर सिंह ने कहा कि एक साल से साथा चीनी मिल खराब है. तीन से चार बार मिल बंद हो चुकी है. 10% भी गन्ने की पेराई नहीं हो पाई है . नई चीनी मिल खोलने की मांग कर रहे हैं. लेकिन सरकार के पास चीनी मिल के लिए पैसा नहीं है. उन्होंने बताया कि लखनऊ स्तर तक बात की. लेकिन नई चीनी मिल लगाने के लिए सरकार के पास ढाई सौ करोड़ रुपए नहीं है. उन्होंने कहा कि जब तक नहीं चीनी मिल नहीं लगती है धरना जारी रहेगा. वही किसान नेता एसके सिंह राणा ने कहा कि सरकार झूठी लॉलीपॉप देती रही. न नई चीनी मिल लग पाई और ना ही पुरानी चीनी मिल का जीर्णोद्धार किया गया. उन्होंने कहा कि अब किसानों का गन्ना खरीद कर बाहर की चीनी मिल में पेराई के लिए भेजा जाए. वही सिटी मजिस्ट्रेट नलिन कांत सिंह ने कहा कि किसान चाहते हैं कि गन्ने की पेराई हो जाए. गन्ना चीनी मिल के जीएम को बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि एक दिन में गन्ने की फैक्ट्री नहीं लगाई जा सकती है . किसानों की समस्या है और समाधान के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत किया जा रहा है.
बाइट- ओमवीर सिंह, किसान नेता
बाइट- एसके सिंह राणा, किसान नेता
बाइट - नलिन कांत सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट, अलीगढ़

आलोक सिंह,अलीगढ़
9837830535
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.