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सर सैय्यद अहमद खान के दिखाए रास्ते पर चल कर ही देश की होगी तरक्की: कुलपति, एएमयू - सर सैय्यद अहमद खान

आज यानि रविवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान का 204वां जन्मदिवस मनाया जा रहा है. कम्युनिटी के आधार पर कुछ लोग कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं. कुछ जगह एक साथ डिनर होता है, तो कुछ लोग मुशायरे का आयोजन कर सर सैय्यद के जन्म दिवस को मनाते हैं.

सर सैय्यद अहमद खान का 204वां जन्मदिवस
सर सैय्यद अहमद खान का 204वां जन्मदिवस
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Published : Oct 17, 2021, 5:05 PM IST

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान का 204वां जन्मदिवस रविवार को मनाया जा रहा है. हालांकि कोरोना वायरस के चलते यहां होने वाला कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित हो रहा है. इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जामा मस्जिद में कुरान ख्वानी की गई, इसके बाद सर सैय्यद की मजार पर चादर पोशी की गई. इस दौरान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर तारीख मंसूर सहित शिक्षक और छात्र मौजूद रहे.

इस मौके पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. तारिक मंसूर ने कहा कि पूरी दुनिया में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पढ़े छात्र आज सर सैय्यद डे का आयोजन करते हैं. पूरी दुनिया में बसे एएमयू के छात्र अलग-अलग तरीके से सर सैय्यद डे का आयोजन करते हैं. कम्युनिटी के आधार पर कुछ लोग कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं. कुछ जगह एक साथ डिनर होता है, तो कुछ लोग मुशायरे का आयोजन कर सर सैय्यद के जन्म दिवस को मनाते हैं. उन्होंने कहा कि यह एक सिलसिला है जो लगातार जारी है. उन्होंने कहा कि सर सैयद अहमद खान ने जो रास्ता शिक्षा और विकास का दिखाया था उस पर लोग चलें, जिससे देश का विकास हो.

सर सैय्यद अहमद खान का 204वां जन्मदिवस

एएमयू कुलपति डॉ. तारिक मंसूर ने कहा कि सर सैयद अहमद खान ने भाईचारा स्थापित करने का भी काम किया. उन्होंने अपने सन् 1883 में पटना में दिए भाषण में कहा था कि अगर विकास चाहते हैं तो लोगों को शिक्षा अर्जित करना जरूरी है, जिससे राष्ट्र का निर्माण होगा.
सर सैय्यद डे पर एएमयू में ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश टी एस ठाकुर ने भाग लिया. ऑनलाइन कार्यक्रम में ब्रिटेन के नामचीन इतिहासकार और दक्षिण एशियाई इतिहास पर नजर रखने वाले प्रोफेसर फ्रांसिस रोलैंड रॉबिंसन को अंतरराष्ट्रीय सर सैय्यद उत्कृष्टता पुरस्कार दिया गया. इस दौरान साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पद्मभूषण प्रोफेसर गोपीचंद नारंग को राष्ट्रीय सर सैय्यद उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाजा गया. इस दौरान प्रोफेसर गोपीचंद नारंग ने सम्मान का शुक्रिया अदा किया.

इस मौके पर धर्मशास्त्र के शिक्षक डॉक्टर रेहान ने बताया कि आज का दिन एएमयू के लिए बहुत तारीखी दिन होता है. सर सैयद अहमद खान ने तालीम पर जोर देने के लिए एक बहुत बड़ा इदारा बनाया है. उन्होंने कहा कि इस तालीमी इदारे की बुनियाद पूरी दुनिया में मानी जाती है. तालीम, तहजीब, कल्चर, एजुकेशन के हिसाब से देश के टॉप यूनिवर्सिटी में यह शुमार है. उन्होंने कहा कि सर सैयद अहमद खान मुसलमानों में शिक्षा के जरिए तरक्की लाना चाहते थे.

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान का 204वां जन्मदिवस रविवार को मनाया जा रहा है. हालांकि कोरोना वायरस के चलते यहां होने वाला कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित हो रहा है. इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जामा मस्जिद में कुरान ख्वानी की गई, इसके बाद सर सैय्यद की मजार पर चादर पोशी की गई. इस दौरान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर तारीख मंसूर सहित शिक्षक और छात्र मौजूद रहे.

इस मौके पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. तारिक मंसूर ने कहा कि पूरी दुनिया में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पढ़े छात्र आज सर सैय्यद डे का आयोजन करते हैं. पूरी दुनिया में बसे एएमयू के छात्र अलग-अलग तरीके से सर सैय्यद डे का आयोजन करते हैं. कम्युनिटी के आधार पर कुछ लोग कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं. कुछ जगह एक साथ डिनर होता है, तो कुछ लोग मुशायरे का आयोजन कर सर सैय्यद के जन्म दिवस को मनाते हैं. उन्होंने कहा कि यह एक सिलसिला है जो लगातार जारी है. उन्होंने कहा कि सर सैयद अहमद खान ने जो रास्ता शिक्षा और विकास का दिखाया था उस पर लोग चलें, जिससे देश का विकास हो.

सर सैय्यद अहमद खान का 204वां जन्मदिवस

एएमयू कुलपति डॉ. तारिक मंसूर ने कहा कि सर सैयद अहमद खान ने भाईचारा स्थापित करने का भी काम किया. उन्होंने अपने सन् 1883 में पटना में दिए भाषण में कहा था कि अगर विकास चाहते हैं तो लोगों को शिक्षा अर्जित करना जरूरी है, जिससे राष्ट्र का निर्माण होगा.
सर सैय्यद डे पर एएमयू में ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश टी एस ठाकुर ने भाग लिया. ऑनलाइन कार्यक्रम में ब्रिटेन के नामचीन इतिहासकार और दक्षिण एशियाई इतिहास पर नजर रखने वाले प्रोफेसर फ्रांसिस रोलैंड रॉबिंसन को अंतरराष्ट्रीय सर सैय्यद उत्कृष्टता पुरस्कार दिया गया. इस दौरान साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पद्मभूषण प्रोफेसर गोपीचंद नारंग को राष्ट्रीय सर सैय्यद उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाजा गया. इस दौरान प्रोफेसर गोपीचंद नारंग ने सम्मान का शुक्रिया अदा किया.

इस मौके पर धर्मशास्त्र के शिक्षक डॉक्टर रेहान ने बताया कि आज का दिन एएमयू के लिए बहुत तारीखी दिन होता है. सर सैयद अहमद खान ने तालीम पर जोर देने के लिए एक बहुत बड़ा इदारा बनाया है. उन्होंने कहा कि इस तालीमी इदारे की बुनियाद पूरी दुनिया में मानी जाती है. तालीम, तहजीब, कल्चर, एजुकेशन के हिसाब से देश के टॉप यूनिवर्सिटी में यह शुमार है. उन्होंने कहा कि सर सैयद अहमद खान मुसलमानों में शिक्षा के जरिए तरक्की लाना चाहते थे.

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