अलीगढ़: चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के कार्यालय समेत देशभर के 11 स्थानों पर बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा था, जिसका चर्च ऑफ एसेंस के सेक्रेटरी ओसमण्ड चार्ल्स ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि ईडी के छापे बिशप, पास्टर के ऊपर हो रहे हैं. यह काफी हद तक सही है, क्योंकि यहां करप्शन है. उन्होंने कहा कि छोटे डायसिस के बिशप, मॉडरेटर पर भी करप्शन के आरोप हैं. बिशप पीसी सिंह पर करोड़ों रुपए की संपत्ति का हेरफेर करने का आरोप है, जो कि जेल में है. लखनऊ डायसिस के बिशप बलदेव पर भी भ्रष्टाचार का आरोप है. बहुत से मिशनरीज स्कूल के प्रिंसिपल भी प्रॉपर्टी की हेरफेर में शामिल हैं.
दरअसल बुधवार को ईडी ने चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के देशभर में 11 स्थानों पर छापेमारी कार्रवाई की. सीएनआई के जबलपुर क्षेत्र के बिशप पीसी सिंह के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामले को लेकर ईडी ने अभियान चलाया. पीसी सिंह पर आरोप है कि उन्होंने शैक्षणिक संस्थान के संचालन में वित्तीय गड़बड़ी की है. ओसमण्ड चार्ल्स ने बताया कि नॉर्थ इंडिया में 26 डायसिस हैं. इसमें लखनऊ, दिल्ली, आगरा डायसिस शामिल हैं. करीब 564 एजुकेशनल इंस्टीट्यूट चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के पास है. इसमें नैनीताल, मसूरी, जबलपुर तक उच्च शिक्षा के संस्थान है. यहां इनकी बहुत सी प्रॉपर्टी है, जिसे देखकर बिशप के अंदर लालच आ गया है.
चार्ल्स ने बताया कि अब क्रिश्चियन समुदाय के अंदर 'रेनसां' का समय चल रहा है, जिस तरह मार्टिन लूथर किंग ने चर्च के खिलाफ आवाज उठाई थी. बिशप के करप्शन से ईसाई समुदाय को सदमा लगा है. ओसमण्ड चार्ल्स ने कहा कि अब यह चीजें हाईलाइट हो रही हैं. मीडिया कवरेज में क्रिश्चियनिटी का स्कैम सामने आ रहा है. इससे हमारा समुदाय परेशान और हैरान है. बिशप करोड़ों की संपत्ति का घोटाला कर रहे हैं. ईडी जो जांच कर रही है. इसका स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि जो सच्चाई है. वह दूध का दूध और पानी का पानी की तरह साफ होनी चाहिए. चर्च की प्रॉपर्टी को कैसे बचाया जाए. यह बड़ा सवाल है.
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