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खाना छोड़ चुके सत्यदेव ने पेश की मानवता की मिसाल, बेसहारा बुजुर्गों के लिए खोला वृद्ध आश्रम - पंडित सत्यदेव की कहानी

अलीगढ़ के सत्यदेव ने 20 साल पहले खाना छोड़ मानवता की मिसाल पेश की है. उन्होंने ऐसे बुजुर्गों के लिए आश्रम खोला है. जिन्हें उनके की बच्चों ने बुढ़ापे में दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर कर दिया है.

सियाराम वृद्ध आश्रम
सियाराम वृद्ध आश्रम
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Published : Dec 21, 2022, 8:34 PM IST

सत्यदेव ने पेश की मानवता की मिसाल

अलीगढ़: 20 साल पहले भोजन छोड़ चुके सत्यदेव ने मानवता की मिसाल पेश की है. जी हां मां-बाप के जाने के बाद अकेले हुए सत्यदेव ने 3 साल पहले सियाराम वृद्ध आश्रम (Siyaram Old Age Home) खोलते हुए ऐसे बेसहारा बुजुर्गों को अपने वृद्ध आश्रम में ठिकाना दिया. जिन्हें उनके ही बच्चों ने बुढ़ापे में दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर करते हुए दुत्कार कर घर की दहलीज से बाहर कर दिया.

दरअसल, मां-बाप का बचपन में ही साथ छूटने के बाद मासूम सत्यदेव करोड़ों की भीड़ में अकेले रह गए. धीरे-धीरे दिन बीते और सत्यदेव को अपनी ही जिंदगी में अपनों के नहीं होने का एहसास हुआ. ऐसे में वह टूट गए. लेकिन अंतरात्मा ने आवाज दी और वह भोजन छोड़ ऐसे लोगों की सेवा में जुट गए, जो कि बेसहारा है. इसी के चलते 3 साल पहले अलीगढ़ में नई आबादी संगम विहार कॉलोनी में सत्यदेव ने सियाराम वृद्ध आश्रम खोलते हुए बेसहारा बुजुर्गों को अपने वृद्धाश्रम में ठिकाना दिया. आलम यह है कि इस वृद्ध आश्रम में एक दूसरे से अनजान बुजुर्ग आज एक-दूसरे का सहारा बन गए है. साथ सोते, खाना खाते और हंसते है.

पंडित सत्यदेव ने कहा कि बचपन में मां-बाप का साथ छुट गया था. वह अकेले पड़ गए थे. करीब 20 साल पहले भोजन छोड़ दिया था. इसी दौरान एक रात को भगवान का पाठ करने के दौरान उनकी अंतरात्मा ने आवाज दी कि उनके द्वारा एक वृद्ध आश्रम खोला जाए. तभी उन्होंने सोचा शायद उन्हें भोजन इसलिए नहीं मिलता कि उनके द्वारा कभी दान नहीं किया गया. इसके बाद उन्होंने 3 साल पहले ऐसे बुजुर्ग लोगों की सेवा करने के लिए एक वृद्ध आश्रम खोला. जिन बुजुर्गों को उनके बच्चों के द्वारा दुत्कार कर घर से निकाल दिया.

सत्यदेव ने बताया कि वृद्ध आश्रम में खाने पीने की भरपूर व्यवस्था की गई है. यहां करीब आठ बुजुर्ग महिलाएं और पुरुष शामिल हैं. जिन्हें वह अपना मां-बाप मान सेवा करते है. कहा कि उनके द्वारा खोले गए वृद्ध आश्रम के लिए दान पूर्ण किया जाए. जिससे कि उनके वृद्ध आश्रम में रह कर गुजर बसर कर रहे बेसहारा बुजुर्गों की खाने की व्यवस्था बनी रहे. बताया कि आगरा के जिला जज के द्वारा उनके वृद्ध आश्रम को पानी की व्यवस्था के लिए आरओ और मुख्य विकास अधिकारी अंकित खंडेलवाल के द्वारा इनवर्टर की सुविधा मुहैया कराई गई है. इसके अलावा सत्यदेव ने अलीगढ़ की जनता से सहयोग के लिए अपील की.

यह भी पढ़ें- निकाय चुनावों पर अधिसूचना जारी करने पर रोक बढ़ी, कल भी जारी रहेगी सुनवाई

सत्यदेव ने पेश की मानवता की मिसाल

अलीगढ़: 20 साल पहले भोजन छोड़ चुके सत्यदेव ने मानवता की मिसाल पेश की है. जी हां मां-बाप के जाने के बाद अकेले हुए सत्यदेव ने 3 साल पहले सियाराम वृद्ध आश्रम (Siyaram Old Age Home) खोलते हुए ऐसे बेसहारा बुजुर्गों को अपने वृद्ध आश्रम में ठिकाना दिया. जिन्हें उनके ही बच्चों ने बुढ़ापे में दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर करते हुए दुत्कार कर घर की दहलीज से बाहर कर दिया.

दरअसल, मां-बाप का बचपन में ही साथ छूटने के बाद मासूम सत्यदेव करोड़ों की भीड़ में अकेले रह गए. धीरे-धीरे दिन बीते और सत्यदेव को अपनी ही जिंदगी में अपनों के नहीं होने का एहसास हुआ. ऐसे में वह टूट गए. लेकिन अंतरात्मा ने आवाज दी और वह भोजन छोड़ ऐसे लोगों की सेवा में जुट गए, जो कि बेसहारा है. इसी के चलते 3 साल पहले अलीगढ़ में नई आबादी संगम विहार कॉलोनी में सत्यदेव ने सियाराम वृद्ध आश्रम खोलते हुए बेसहारा बुजुर्गों को अपने वृद्धाश्रम में ठिकाना दिया. आलम यह है कि इस वृद्ध आश्रम में एक दूसरे से अनजान बुजुर्ग आज एक-दूसरे का सहारा बन गए है. साथ सोते, खाना खाते और हंसते है.

पंडित सत्यदेव ने कहा कि बचपन में मां-बाप का साथ छुट गया था. वह अकेले पड़ गए थे. करीब 20 साल पहले भोजन छोड़ दिया था. इसी दौरान एक रात को भगवान का पाठ करने के दौरान उनकी अंतरात्मा ने आवाज दी कि उनके द्वारा एक वृद्ध आश्रम खोला जाए. तभी उन्होंने सोचा शायद उन्हें भोजन इसलिए नहीं मिलता कि उनके द्वारा कभी दान नहीं किया गया. इसके बाद उन्होंने 3 साल पहले ऐसे बुजुर्ग लोगों की सेवा करने के लिए एक वृद्ध आश्रम खोला. जिन बुजुर्गों को उनके बच्चों के द्वारा दुत्कार कर घर से निकाल दिया.

सत्यदेव ने बताया कि वृद्ध आश्रम में खाने पीने की भरपूर व्यवस्था की गई है. यहां करीब आठ बुजुर्ग महिलाएं और पुरुष शामिल हैं. जिन्हें वह अपना मां-बाप मान सेवा करते है. कहा कि उनके द्वारा खोले गए वृद्ध आश्रम के लिए दान पूर्ण किया जाए. जिससे कि उनके वृद्ध आश्रम में रह कर गुजर बसर कर रहे बेसहारा बुजुर्गों की खाने की व्यवस्था बनी रहे. बताया कि आगरा के जिला जज के द्वारा उनके वृद्ध आश्रम को पानी की व्यवस्था के लिए आरओ और मुख्य विकास अधिकारी अंकित खंडेलवाल के द्वारा इनवर्टर की सुविधा मुहैया कराई गई है. इसके अलावा सत्यदेव ने अलीगढ़ की जनता से सहयोग के लिए अपील की.

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