अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में बसपा के प्रबुद्ध सम्मेलन में मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा पहुंचे. मैरिस रोड स्थित हबीब गार्डेन में उन्होंने प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में दहशत का माहौल है. लोगों को डराने धमकाने का काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज धमकियों से न डरें बल्कि उसका मुकाबला करे. यूपी में आज के हालात बद से बदतर बताते हुए सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि भाजपा के लोगों ने पहले दलित समाज का उत्पीड़न किया फिर ब्राह्मण समाज को निशाना बनाया है.
भाजपा सरकार में ब्राह्मणों को ठिकाने लगाया गया
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने अपने संबोधन में दलित समाज के उत्पीड़न की घटनाओं के साथ ब्राह्मण समाज के लोगों पर हुए अत्याचार के लिए भाजपा सरकार की तीखी आलोचना की. बलिया, हाथरस, प्रतापगढ़, रायबरेली, उन्नाव, लखनऊ, झांसी के साथ कानपुर के विकास दुबे की घटना का जिक्र कर ब्राह्मणों के उत्पीड़न को बयां किया. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि एनकांउटर का मतलब यह नहीं कि सीधे सीने में गोली मार दें. यह एक तरीके से हत्या है.
खुशी दुबे का क्या दोष था?
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि यूपी में जैसे दलित समाज का उत्पीड़न हुआ है, वैसे ही ब्राह्मण समाज के सैकड़ों लोगों की हत्या की गई. भाजपा सरकार ने ब्राह्मण समाज के लोगों को ठिकाने लगाने का काम किया. खुशी दुबे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उसका क्या दोष था, क्या वह आतंकवादी थी? बड़ी से बड़ी धाराएं लगाकर तीन महीने तक जेल में रखा गया और जमानत नहीं होने दी.
भाजपा की सोच सपा जैसी
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने ब्राह्मण समाज पर हो रही घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा सरकार की सोच समाजवादी पार्टी से हट कर नहीं है. समाजवादी पार्टी की सरकार में खुलेआम था कि ब्राह्मणों का काम नहीं करना है. फिर उसके बाद ब्राह्मण समाज ने समाजवादी पार्टी सरकार को सबक सिखाते हुए सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया था. सपा सरकार ने भी ब्राह्मण समाज को बेइज्जत करने का काम किया है.
भाजपा और सपा शासन में अपराधियों को बचाया गया
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मण समाज बहुत बड़ी ताकत है, लेकिन बिखरी हुई है. अब इकठ्ठे होकर ब्राह्मणों को समूह के रूप में रहना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने ब्राह्मण समाज को देखते 'जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी' का नारा बदल कर 'जिसकी जितनी तैयारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी' का नया नारा दिया है. उन्होंने कहा कि मायावती ब्राह्मण समाज के मान, सम्मान और स्वाभिमान वापस दिलाने का काम करेंगी. मायावती के शासन में कानून-व्यवस्था को आज भी याद किया जाता है. सपा और भाजपा में अपराधियों को बचाया जाता है.
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि भाजपा केवल धर्म व धर्म स्थली के नाम पर वोट बटोरना जानती है, लेकिन जनहित में काम नहीं करती है. भगवान श्रीराम का ठेका भाजपा ने ले रखा है, जबकि ब्राह्मण समाज में जन्म लेते ही पूजा-अर्चना के संस्कार डाल दिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि 1993 से ही विदेशों से भगवान श्रीराम के मंदिर बनाने के नाम पर चंदा लेकर के लाखों करोड़ों रुपये एकत्र कर लिए गए. सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद फिर झोला लेकर चंदा मांगने अपने लोगों को भेज दिया.
भाजपा वैमनस्यता फैला रही है
सतीश चंद्र मिश्र ने पूछा कि आखिर यह रुपया कहा लगाया गया ? मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कहते हैं कि हजारों-करोड़ों रुपये की योजनाएं अयोध्या के लिए दे दी, लेकिन कौन सी योजना में पैसा लगाया जा रहा है. अयोध्या में कोई समग्र विकास नहीं दिखा. मंदिर के नाम पर एक साल पहले केवल ईंट पूजन की है. नींव तक नहीं पड़ पाई है. मंदिर बनाने की बात तो अभी दूर है. उन्होंने कहा कि इनकी नियत मंदिर बनाने की नहीं है. भगवान श्रीराम को केवल वोट की वस्तु बना दिया है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में राम राज्य की बात करते हैं. अगर राम राज्य यही है तो ऐसी कल्पना राम ने भी नहीं की थी. प्रदेश में आपस में लड़ाया जा रहा है. वैमनस्यता फैला कर सिर्फ वोट के लिए महौल बनाया जा रहा है.