अलीगढ़ : जिले के गंगीरी थाना इलाके में स्थित एक आश्रम के संत ने गंगीरी थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आश्रम के संत बाल योगी राष्ट्रीय संत स्वामी अरविंद आचार्य का आरोप है कि जब मैं अपनी फरियाद लेकर एसएचओ थाना गंगीरी के पास पहुंचा तो उन्होंने बदतमीजी करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया. मुझे जो मानहानि पहुंची है उसका अगर इंसाफ नहीं मिला तो, मैं सुसाइड कर लूंगा और इसके जिम्मेदार एसएचओ थाना गंगीरी नित्यानंद होंगे.
दरअसल, मंगलवार को पत्रकारों से प्रेस वार्ता कर बाल योगी संत ने आपबीती घटना की जानकारी दी. बाल योगी राष्ट्रीय संत स्वामी अरविंदा चार्य ने कहा दबंगों ने मेरे पिताजी के साथ बहुत मारपीट की है. जब मैं उनको लेकर के एसएचओ गंगीरी के पास गया तो उन्होंने कहा पुलिस के पास का यही काम है. पुलिस क्या इसी काम के लिए बैठी है.
बाल योगी संत का कहना था कि एसएचओ ने मुझे डांटा. फिर मैंने कहा- साहब गरीब आदमी पीटते रहेंगे, साधु संत पीटते रहेंगे और पुलिस देखती रहेगी, क्या पुलिस का काम यही है. मैंने कहा पुलिस का काम है लोगों को बचाना. इस बात पर नित्यानंद एसएचओ खड़े हो गए और मेरे पीछे चांटा लेकर दौड़े. उन्होंने मुझे बहुत उल्टा-सीधा अपशब्द बोला. संत का कहना था कि इसके बाद एसएचओ ने तू की भाषा का प्रयोग दोबारा भी मुझे आश्रम में किया.
संत का कहना था कि इसकी शिकायत मैंने उच्च अधिकारियों से की है. मैं निवेदन करता हूं, माननीय मुख्यमंत्री जी, गृह सचिव, डीआईजी और एसएसपी साहब से मेरी मानहानि में जो ठेस पहुंची है, एसएचओ ने जो मेरे साथ बदतमीजी की है अगर इसका निराकरण नहीं हुआ तो, मैं वास्तविक कह रहा हूं आत्मा के साथ, मैं अपनी सुसाइड कर लूंगा और इसके जिम्मेदार एसएचओ गंगीरी होंगे.
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मामले में भगवान सिंह ने बताया आश्रम में हम अपना हवन करवाने के लिए आए थे. वहां कुछ अज्ञात लोग आए और मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी. वह लोग हाथों में तमंचा लेकर आए थे, गाली गलौज कर बोल रहे थे. उन्होंने बताया कि आश्रम में तकरीबन 5 से 6 लोग आए थे. वे लोग कह रहे थे आश्रम में आग लगा देंगे यहां पर आश्रम नहीं रहेगा.