अलीगढ़ः आरएलडी के मुखिया जयंत चौधरी ने खैर में गुरुवार को आशीर्वाद पथ यात्रा के तहत जनसभा को संबोधित किया. कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के नेता को भी आमंत्रित किया गया. लेकिन उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया.
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने खैर के गौमत में आशीर्वाद पथ सम्मेलन में केंद्र और प्रदेश की सरकार पर जमकर हमला बोला. जयंत ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई घटना के बाद गृह मंत्री अमित शाह आरोपियों की पीठ थपथपा रहे हैं. इससे साफ पता चलता है कि वह मंत्री और उनके बेटे दोनों को बचाना चाह रहे हैं. विदेश में अगर कोई किसी को गाड़ी से कुचल दे, तो आतंकवादी हमला कहा जाता है. सरकार को ऐसे लोगों पर यूएपीए के तहत कार्रवाई करनी चाहिए. मगर ये सरकार किसानों को ही आतंकी बता रही है. दुर्भाग्य है कि किसानों को आतंकी कहने वालों को महिमामण्डित किया जा रहा है. इसलिए कंगना रानौत को मंडी से लोकसभा का टिकट दे दिया. जयंत चौधरी ने कहा कि अभी हाल में पीएम नरेंद्र मोदी लखनऊ आए थे. मगर उन्होंने लखीमपुर खीरी में हुई घटना के बारे में दो शब्द भी नहीं बोला, लखीमपुर खीरी गए तक नहीं. ऐसा लगा कि मानों कोई घटना हुई ही नहीं.
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जयंत चौधरी ने कहा कि इस बार ऐसी सरकार बनाओ जो जनता के आगे झुकना जाने. मैं यहां किसानों पर पुष्पवर्षा करना चाह रहा था, मगर शोक का माहौल है, इसलिए पुष्पवर्षा नहीं कर सका. लखीमपुर खीरी की घटना ने झकझोर दिया है. जयंत ने वादा किया कि उनकी सरकार बनीं तो किसान सम्मान निधि 6,000 से बढ़ाकर 12000 कर देंगे. गरीबों को 15,000 रुपए सालाना देंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग भाजपा की ओर चले गए थे. वो चौधरी चरण सिंह की पगड़ी को पहचानें और परिवार की तरफ लौटें.