अलीगढ़: अलीगढ़ के चंडौस थाना क्षेत्र में राम बारात का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. हालांकि, एसएसपी कलानिधि नैथानी रविवार देर रात में ही शांति व्यवस्था ठीक होने का दावा कर रहे हैं और सीसीटीवी फुटेज देखे जा रहे हैं. एसएसपी ने कहा है कि पथराव जैसी घटना सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्रकाश में नहीं आई है. फिर भी इसमें उचित विवेचनात्मक जांच की जा रही है. इसके अलावा जो व्यक्ति घायल है उसका मेडिकल कराया गया है. घायल की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
एसएसपी ने बताया कि सीओ और एसडीएम की जांच में पाया गया है कि एसडीएम द्वारा जो आदेश जारी था, उस निर्धारित रूट पर शोभायात्रा नहीं निकल रही थी. वह गलत डायरेक्शन की ओर अग्रसर हो रही थी. मौके पर क्षेत्राधिकार गभाना और एसडीएम गभाना ने उसको वहां रोका. इसके बाद दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए. इस संबंध में वहां पर एक अन्य मुकदमा पुलिस द्वारा दर्ज कराया गया है. दोनों मुकदमों की विवेचना प्रचलित है. हालांकि, एसएसपी का कहना है कि मौके पर पूर्ण शांति है. पुलिस फोर्स लगाई गई है. इसमें साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं.
घटना को लेकर हिंदूवादी संगठनों में रोष है. सोमवार को थाने के सामने ही दूसरे समुदाय के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर हिंदूवादियों ने प्रदर्शन किया. हालांकि, हिंदूवादियों के समर्थन में भाजपा के मंडल अध्यक्ष अनुराग ठाकुर, व्यापारी नेता पंकज महेश्वरी, नगर पंचायत अध्यक्ष डीएस भारती भी मौजूद रहे. धरना स्थल पर भाजपा सांसद सतीश गौतम और राजस्व मंत्री अनूप वाल्मीकि भी पहुंचे. प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि घटना को लेकर जो भी अधिकारी जिम्मेदार हैं, उनको हटाए जाए. कार्रवाई की मांग को लेकर महर्षि दयानंद एजुकेशन ग्रुप के डायरेक्टर ठाकुर गोविंद सिंह चौहान ने कहा कि अब ईंट से ईंट बजाई जाएगी और याचना नहीं अब रण होगा. यह धरना तो नाम का है आगे युद्ध होगा.
सांसद सतीश गौतम बोले, दोषी को बक्शा नहीं जाएगा
सांसद सतीश गौतम और राजस्व मंत्री अनूप प्रधान भी घटना स्थल पर पहुंचे. इस दौरान सांसद सतीश गौतम ने कहा कि भगवान राम की बारात पर जिन्होंने उत्पाद मचाया है, ऐसा कोई भी व्यक्ति बक्शा नहीं जाएगा. मुकदमा दर्ज होगा. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. राजस्व मंत्री अनूप वाल्मीकि ने कहा कि जब विशेष समुदाय का ताजिया निकलता है तो उसमें हिंदू समाज बढ़-चढ़कर भाग लेकर ताजिया निकलवाने का काम करता है. तो निश्चित रूप से दूसरे समुदाय की भी भागीदारी होनी चाहिए कि भगवान राम की बारात में सहयोग करना चाहिए था.
योगी आदित्यनाथ की सरकार सभी वर्गों को दे रही सम्मान
राजस्व मंत्री अनूप वाल्मीकि ने कहा कि जो भी दोषी होगा. उसके खिलाफ निष्पक्षता से जांच कर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में भगवान राम की बारात अब नहीं निकलेगी तो कब निकलेगी. योगी आदित्यनाथ की सरकार सभी वर्गों को सम्मान दे रही है. सभी को साथ लेकर चल रही है. जो भी दोषी है, उनके खिलाफ मुकदमा लिखा जाएगा. कोई कितना भी बड़ा अपराधी क्यों न हो, अपराध करने की छूट किसी को नहीं है. उस पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि हम सबको भी मर्यादा में रहना चाहिए. अगर कोई अधिकारी घटना में दोषी है तो उस पर भी निश्चित कार्रवाई होगी.
मंत्री रघुराज सिंह बोले- मस्जिद के आगे से राम बारात निकालना क्या गुनाह है
राज्य मंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि राम बारात पर हमले को लेकर कार्रवाई की जाएगी. दोषी बक्शा नहीं जाएगा. यह मुख्यमंत्री योगी जी की सरकार है. दूध का दूध और पानी का पानी होगा. उन्होंने कहा कि मस्जिद के आगे से राम बारात निकालना क्या गुनाह है. मस्जिद भी अल्लाह की इबादत है और भगवान राम भी इबादत है. इसमें कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए. क्या यह मस्जिद पाकिस्तान या लाहौर में है. यह हिंदुस्तान के चंडौस में स्थित है. हिंदुस्तान में ही रामलीला हो रही है. इसलिए क्या मस्जिद के आगे से नहीं निकाल सकते. अगर उन्होंने कानून तोड़ा है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की कार्रवाई सब जानते हैं. जो लोग कानून को अपने हाथ में लेते हैं, उनके यहां बुलडोजर चलेगा. पुलिस के दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज करने के सवाल पर कहा कि पुलिस ने हिंदू पक्ष पर मुकदमा दर्ज किया है. वह अपनी तरफ से किया है. उन्होंने कहा कि अगर रूट परिवर्तित भी किया है तो क्या तलवार से मारेंगे. यह इस सरकार में नहीं चलेगा.
दारोगा जितेंद्र कुमार ने दर्ज कराया मुकदमा
घटना को लेकर पुलिस की तरफ से दारोगा जितेंद्र कुमार ने मुकदमा दर्ज कराया है. इसमें दोनों समुदाय की भीड़ पर मुकदमा दर्ज कराया गया है. इन लोगों के नाम अज्ञात हैं. जितेंद्र कुमार ने तहरीर में कहा कि राम बारात शोभा यात्रा में शामिल व्यक्तियों द्वारा निर्धारित रूट से शोभायात्रा न ले जाकर उसका मार्ग परिवर्तन किया गया. राम बारात को मेन रोड से होते हुए ले जाने लगे. जिसे दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा मार्ग परिवर्तन का विरोध किया गया. दूसरे समुदाय के लोग राम बारात को विगत वर्ष की भांति निर्धारित मार्ग से ले जाने के लिए कहने लगे. इस पर अन्य लोगों द्वारा आपत्ति और विरोध प्रकट किया गया. इसके बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और एक दूसरे को गाली-गलौज देते हुए जान से मारने की धमकी देने लगे.
देखते ही देखते दोनों पक्षों में इसी बात को लेकर झड़प और खींचतान शुरू हो गई. इसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. इससे अफरा-तफरी मच गई और लोक शांति भंग हो गई. दोनों पक्ष उत्तेजित होकर एक-दूसरे पर हमला करने लगे. दारोगा जितेंद्र कुमार ने तहरीर में लिखा है कि विष्णु नामक व्यक्ति घटना में घायल है, जिसको उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया. वहीं, मौके पर एसडीएम गभाना व क्षेत्राधिकारी गभाना ने लोगों को समझने का प्रयास किया. लेकिन, लोग नहीं माने. दारोगा जितेंद्र कुमार ने तहरीर देते हुए धारा 147, 148, 149, 188, 336, 323, 504, 506 भारतीय दंड विधान के अंतर्गत अपराध बताया और दोनों समुदाय के अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया है.
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