अलीगढ़: जिला बारिश के चलते जबरदस्त जलभराव की चपेट में है. नालों से गंदगी सड़कों पर आ गई है. बाजारों में कई दुकानों में पानी घुस गया है. बंद पड़े नालों के चलते बारिश के पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. हालांकि अलीगढ़ को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है. लेकिन यह सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रहता दिख रहा है. वहीं सीएए और एनआरसी को लेकर भारी बारिश में भी विरोध प्रदर्शन जारी है.
भारी बारिश और जलभराव के बीच CAA , NRC के खिलाफ डटी रही महिलाएं
अलीगढ़ के शाहजमाल में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन भारी बारिश में 38 वें दिन भी जारी है. बारिश के बावजूद अभी भी महिलाएं धरने पर डटी है. धरना स्थल पर जलभराव हो गया है. घुटने तक पहुंच चुके पानी में भी महिलाओं का प्रदर्शन जारी है. भारी बारिश के चलते नगर निगम और जिला प्रशासन की तरफ से पानी निकालने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है. बारिश से बचने के लिये टेंट लगाया गया है. लेकिन वो भी जगह-जगह से टपक रहा है. महिलाएं और लकड़ी चौकियां डाल कर जल भराव के बीच धरने पर डटी हैं.
स्मार्ट सिटी के तहत स्मार्ट वॉटर ड्रेनेज का प्रोजेक्ट
अलीगढ़ शहर में जलभराव से मुक्ति के लिए ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने की कवायद चल रही है. इस प्रोजेक्ट पर करीब 152 करोड़ रुपये की कार्य योजना चल रही है. ताकि बारिश का पानी सड़कों पर जमा ना हो सकें. स्मार्ट सिटी के तहत स्मार्ट वॉटर ड्रेनेज का प्रोजेक्ट चल रहा है. पिछले 20 सालों में शहर का तेजी से विकास हुआ. लेकिन सीवर लाइन और नालों पर काम नहीं हो पाया है. जब भी बारिश होती है शहर में मुसीबत बनकर आती है. मूसलाधार बारिश में शहर की सड़कें डूब जाती है. इमारतों में पानी घुस जाता है. वहीं निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं. सड़कों पर जलभराव के चलते ट्रैफिक जाम की समस्या आती है.
इसे भी पढ़ें-लखनऊ: अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी को अवमानना नोटिस