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AMU महिला प्रोफेसर का कथित अश्लील वीडियो वायरल, मुकदमा दर्ज करने की मांग

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) की महिला प्रोफेसर का कथित अश्लील वीडियो सोशस मीडिया पर वायरल कर दिया गया. इस मामले में महिला प्रोफेसर ने सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है.

अश्लील वीडियो वायरल
अश्लील वीडियो वायरल
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Published : Jun 21, 2021, 4:35 PM IST

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय(AMU) की महिला प्रोफेसर का कथित अश्लील वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है. बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रोफेसर से जुड़े कुछ वीडियो और फोटो वायरल की गईं थीं और आरोप लगाया गया था कि उन्हें लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है, क्योंकि उनके चेंबर में अश्लील वीडियो शूट किया गया था. हालांकि, महिला प्रोफेसर ने वीडियो को फर्जी बताते हुए कहा है कि यह पोस्ट मेरा अपमान है और यूनिवर्सिटी को बदनाम किया जा रहा है. इससे शिक्षित महिला को डराने की कोशिश की जा रही है.

बदमान करने की साजिश
महिला प्रोफेसर का कहना है कि सोशल मीडिया पर जो वीडियो और फोटो अपलोड किए गए हैं, वह अशोभनीय और अपमानजनक हैं. यह एक आपराधिक कृत्य है. सोशल मीडिया पर जनर्लिस्ट विनय के ट्विटर हैंडल से प्रोफेसर की पोस्ट वायरल की गई थी. इसमें कहा गया था कि महिला प्रोफेसर को लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है और इसके पीछे तर्क दिया गया है कि प्रोफेसर का अश्लील वीडियो वायरल हो रहा है. इस मामले में एएमयू के छात्र नेताओं ने जब जानकारी हासिल की तो वीडियो से महिला प्रोफेसर का कोई मतलब नहीं निकला. छात्र नेता फरहान जुबैरी के अनुसार, प्रोफेसर को जानबूझकर किसी साजिश के तहत बदनाम करने के इरादे से जोड़ा गया है.

थाना सिविल लाइन में दी तहरीर
महिला प्रोफेसर ने इस पूरे प्रकरण की शिकायत एएमयू के प्रॉक्टर कार्यालय में की है. वहीं, प्रॉक्टर कार्यालय से आरोपियों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी गई है. इसमें महिला प्रोफेसर ने बदनाम करने के इरादे से fir दर्ज करते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है. हालांकि, सोशल मीडिया से महिला प्रोफेसर की पोस्ट हटा दी गई है और ट्विटर हैंडल का नाम भी बदल दिया गया है. वहीं, थाना सिविल लाइन प्रभारी रविंद्र दुबे ने बताया कि तहरीर मिल गई है और जांच के आधार पर कार्रवाई की जा रही है.

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय(AMU) की महिला प्रोफेसर का कथित अश्लील वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है. बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रोफेसर से जुड़े कुछ वीडियो और फोटो वायरल की गईं थीं और आरोप लगाया गया था कि उन्हें लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है, क्योंकि उनके चेंबर में अश्लील वीडियो शूट किया गया था. हालांकि, महिला प्रोफेसर ने वीडियो को फर्जी बताते हुए कहा है कि यह पोस्ट मेरा अपमान है और यूनिवर्सिटी को बदनाम किया जा रहा है. इससे शिक्षित महिला को डराने की कोशिश की जा रही है.

बदमान करने की साजिश
महिला प्रोफेसर का कहना है कि सोशल मीडिया पर जो वीडियो और फोटो अपलोड किए गए हैं, वह अशोभनीय और अपमानजनक हैं. यह एक आपराधिक कृत्य है. सोशल मीडिया पर जनर्लिस्ट विनय के ट्विटर हैंडल से प्रोफेसर की पोस्ट वायरल की गई थी. इसमें कहा गया था कि महिला प्रोफेसर को लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है और इसके पीछे तर्क दिया गया है कि प्रोफेसर का अश्लील वीडियो वायरल हो रहा है. इस मामले में एएमयू के छात्र नेताओं ने जब जानकारी हासिल की तो वीडियो से महिला प्रोफेसर का कोई मतलब नहीं निकला. छात्र नेता फरहान जुबैरी के अनुसार, प्रोफेसर को जानबूझकर किसी साजिश के तहत बदनाम करने के इरादे से जोड़ा गया है.

थाना सिविल लाइन में दी तहरीर
महिला प्रोफेसर ने इस पूरे प्रकरण की शिकायत एएमयू के प्रॉक्टर कार्यालय में की है. वहीं, प्रॉक्टर कार्यालय से आरोपियों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी गई है. इसमें महिला प्रोफेसर ने बदनाम करने के इरादे से fir दर्ज करते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है. हालांकि, सोशल मीडिया से महिला प्रोफेसर की पोस्ट हटा दी गई है और ट्विटर हैंडल का नाम भी बदल दिया गया है. वहीं, थाना सिविल लाइन प्रभारी रविंद्र दुबे ने बताया कि तहरीर मिल गई है और जांच के आधार पर कार्रवाई की जा रही है.

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