अलीगढ़: जिले में सीएए व एनआरसी के विरोध में ऊपरकोट इलाके में हुए बवाल को लेकर पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. पुलिस ने अब तक 700 लोगों को चिन्हित कर रेड कार्ड जारी किए हैं. साथ ही 50 लोगों को गुंडा एक्ट के तहत नोटिस भेजा है. करीब 1 हजार लोगों को 107/116 के तहत मुचलके में पाबंद किया गया है. यह कार्रवाई ऊपरकोट और जीवनगढ़ में माहौल को खराब करने वालों के खिलाफ की गई है.
हालांकि कार्रवाई अभी कागजों तक सीमित ही है. ऊपरकोट में हुए बवाल में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. ऊपरकोट में मकानों की छतों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है. वहीं 23 फरवरी को ऊपरकोट घटना को लेकर आरएएफ ने भी पांच हजार अज्ञात लोगों पर मुकदमा थाना कोतवाली में दर्ज किया गया है. दर्ज मुकदमे में कहा गया है कि अज्ञात लोगों ने आरएएफ की गाड़ियों में तोड़फोड़ व आगजनी की गई. उपद्रवियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे.
एसएसपी ने दी जानकारी
एसएसपी मुनिराज ने बताया कि ऊपरकोट की घटना को लेकर कार्रवाई हो रही है. उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक टीम से जांच कराई जा रही है और आगरा की फॉरेंसिक टीम को जांच के लिए लिखा गया है, जो कि एक्सपर्ट ओपिनियन देंगी. उन्होंने बताया कि जहां-जहां घटना हुई है, उस जगह को आईडेंटिफिकेशन किया जा रहा है. ज्यादा से ज्यादा वीडियो और फोटो को आधार बनाया जा रहा है और ऊपरकोट बवाल की घटना में शामिल लोगों का जल्द से जल्द खुलासा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि घटना में आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास तेज कर दिया गया है.
'कोई भी निर्दोष जेल नहीं जाएगा और दोषी बच नहीं पाएगा'
एसएसपी मुनिराज ने बताया कि भाजपा नेता विनय वार्ष्णेय पर मुकदमा दर्ज होने के बाद से उनसे सिक्योरिटी वापस ले ली गई है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. सबूत के आधार पर ही आगे कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि कोई भी निर्दोष जेल नहीं जाएगा और दोषी बच नहीं पाएगा.
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