अलीगढ़ : पुलिस ने धमकी देकर फिरौती मांगने के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की महिला प्रोफेसर के घर पर धमकी भरे खत के साथ कारतूस भेजकर दस लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. इस मामले में शामिल दो आरोपी अभी फरार हैं.
9 नवंबर को अनूपशहर रोड निवासी नवेद मुख्तार ने घर के बाहर खड़ी कार की बोनट पर 10 लाख रूपये की फिरौती मांगने और न देने पर पूरे परिवार की हत्या कर देने के सम्बन्ध में धमकी भरा पत्र मिलने की शिकायत थाना क्वार्सी पुलिस में की थी.
खत के साथ तीन खोखा 315 बोर के थे, जिन पर परिवार के सभी सदस्यों के अलग-अलग नाम लिखकर रखा गया था. नवेद की पत्नी डॉ. शगुफ्ता मुईन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हैं. उनको लगातार फोन करके 10 लाख रूपये की फिरौती मांगने और न देने पर पूरे परिवार की हत्या कर देने की धमकी दी जा रही थी. थाना क्वार्सी पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत किया था.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने घटना को बेहद गम्भीरता से लेते हुये तत्काल तीन टीमें गठित कर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिये थे. गठित टीमों ने मामले की जांच शुरू कर दी. चेकिंग के दौरान बरौली मोड़ पर चेकिंग में तीन संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपियों के नाम दानिश, अंजेब और दीपक हैं. तीनों से पूछताछ में महिला प्रोफेसर से फिरौती मांगने की घटना सामने आयी. पुलिस ने आरोपियों के पास से मोटर साइकिल, मोबाइल फोन और एक देसी तमंचा 315 बोर बरामद किया है. पूछताछ में पता चला कि आरोपी दानिश महिला प्रोफेसर की रिश्तेदारी में मौसी है.
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दानिश ने प्रोफेसर डॉ. शगुफ्ता मुईन से कई बार रुपये उधार मांगे थे. अपने बेटे के बीमार होने पर कुछ महीने पहले भी दानिश ने डॉ. शगुफ्ता मुईन से रुपयों की मांग की थी. लेकिन, महिला प्रोफेसर ने हर बार रुपये उधार देने से इनकार कर दिया था. इसी वजह से नाराज दानिश ने अपने दोस्तों अंजेब, दीपक, नवेद और अदनान के साथ मिलकर फिरौती मांगने की योजना बनायी थी. फरार आरोपी अदनान ने लगातार फोन कर महिला प्रोफेसर से 10 लाख रुपये रंगदारी की मांग की थी. फिलहाल नवेद और अदनान फरार हैं. पुलिस इन दोनों को पकड़ने की कोशिश में जुटी है.
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