अलीगढ़ः एक तरफ देशभर में तीनों कृषि कानूनों के वापसी के ऐलान पर खुशी मनाई जा रही है. वहीं, जिले के हिन्दू महासभा कार्यालय में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर को अपने कार्यालय से हटा दिया है. हिंदू महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कहा कि ऐसे राष्ट्र नेता की फोटो कार्यालय में नहीं लगाएंगे, जो अपनी बातों से पलट जाएं. आज कृषि कानून कानून को वापस लिया है. कल सीएए, एनआरसी व धाना 370 कानून भी वापस ले सकते है.
उन्होंने कहा कि अगर आज उन्होंने सत्ता में बने रहने के लिए समझौता कर लिया है तो इसका संदेश बहुत गलत जा रहा है. इससे काफिरों के हौसले बुलंद होंगे और आने वाले समय में धारा 370, सीएए- एनआरसी कानून को वापस ले सकते हैं. पूजा शकुन पांडे ने कहा कि इसी के चलते हमारे पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कार्यालय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को हटा दिया है. इस तरह की उम्मीद प्रधानमंत्री मोदी से नहीं थी.
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अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हमने उस दिन लगाई थी. जब धारा 370 कश्मीर से हटाई थी और जम्मू कश्मीर में शांति स्थापित की थी. लेकिन जिस तरीके से सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस लिए है. इससे लगता है कि सरकार आततायियों के आगे घुटने टेक दिए हैं. अब तक सरकार जिन किसानों को अलगाववादी, खालिस्तानी, गुंडे कहती थी. उनके दबाव में यह कानून वापस लिया है. कल को सीएए, एनआरसी और धारा 370 को भी वापस ले लेगी.
अशोक पांडे ने कहा कि अगर फिर से दिल्ली में सीएए-एनआरसी को लेकर लोग धरने पर बैठेंगे तो सरकार दबाव में यह कानून भी वापस लेगी. सरकार ने अपनी कथनी और करनी में अंतर किया है. इससे समूचे देश का विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तोड़ा है. इसलिए अपने कार्यालय से प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर को हटा दिया है. हमें ऐसे व्यक्ति से कोई उम्मीद नहीं है जो अपनी बातों से पलट जाए.
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