अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष डाक टिकट का विमोचन करेंगे. इससे पहले भी एएमयू से संबंधित महत्वपूर्ण अवसरों पर डाक टिकट जारी किए जा चुके हैं. शताब्दी वर्ष समारोह में प्रधानमंत्री के मुख्य अतिथि के रूप में संबोधन को लेकर एएमयू प्रशासन तैयारियों में जुटा है. इस दौरान पांच रुपये का विशेष डाक टिकट का विमोचन भी किया जाएगा. प्रधानमंत्री के ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय पर डाक टिकट जारी होगा. डाक टिकट जारी करने को लेकर एएमयू प्रशासन का पोस्ट ऑफिस एवं टेलीग्राफ विभाग से बातचीत हुई है. डाक टिकट को तैयार कर लिया गया है. प्रधानमंत्री के संबोधन से पहले डाक टिकट का विमोचन कराया जाएगा.
महत्वपूर्ण मौके पर जारी हुआ है डाक टिकट
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष मना रहा है और डाक टिकट विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित होगा. इससे पहले मोहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज के 100 साल पूरे होने पर भी डाक टिकट जारी किया गया था. वहीं सर सैयद अहमद खान की 100वीं पुण्यतिथि के मौके पर भी एक डाक टिकट जारी किया गया. 2017 में सर सैयद अहमद खान की पैदाइश पर भी डाक टिकट जारी किया गया. एएमयू के जनसंपर्क विभाग के सहायक मेंबर इंचार्ज राहत अबरार ने बताया कि महत्वपूर्ण मौके पर डाक टिकट जारी होते हैं. यह सरकार की तरफ से जारी होगा और इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एएमयू की स्थापना के 100 साल पूरे होने पर डाक टिकट जारी करेंगे.
प्रशासनिक भवन में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारी
प्रधानमंत्री द्वारा एएमयू को संबोधन करने का मिनट टू मिनट कार्यक्रम विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से तैयार कर लिया गया है. 22 दिसंबर को यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शुरू होगा. प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम वर्चुअल रूप में प्रशासनिक भवन में आयोजित होगा, जिसमें मीडिया के लोग भी शामिल रहेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के लिए नेशनल इनफॉरमेशन सेंटर (एनआईसी) द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन को एक लिंक भेजा जाएगा. इसी लिंक के माध्यम से विश्वविद्यालय के प्रशासनिक ब्लॉक की कनेक्टिविटी होगी. इसके अलावा किसी अन्य एप या वेबसाइट के माध्यम से प्रधानमंत्री के संबोधन का लिंकअप नहीं किया जा सकेगा.
कनेक्टिविटी के लिए की जा रहीं व्यवस्थाएं
विश्वविद्यालय की तरफ से प्रबंध कराया जा रहा है कि ऑनलाइन संबोधन के दौरान व्यवस्थाएं निर्बाध रूप से बनी रहे. इसके लिए विश्वविद्यालय के टेक्नीशियन को निर्देशित किया गया है. संबोधन के दौरान कनेक्टिविटी की कोई दिक्कत न आए, इसके लिए व्यवस्थाएं की जा रही है.