अलीगढ़: थाना महुआ खेड़ा इलाके के क्वार्सी बाईपास स्थित एक कॉलोनी के बाहर झुग्गी-झोपड़ियों में बंजारों और लोहारों का परिवार रहता है. ये परिवार अपने बच्चों को लोहे की जंजीर और ताले से लॉक कर रखने को मजबूर हैं. इस दृश्य को देखकर हर कोई हैरान रह जाता है और लोग इसे क्रूरता की संज्ञा देते हैं, लेकिन बच्चों को इस हालत में रखने के लिए उनके मां-बाप भी मजबूर हैं. परिजनों का कहना है कि 2 हफ्ते पूर्व रात को सोते वक्त एक 2 वर्ष की मासूम बच्ची को बच्चा चोर गैंग उठा ले गए थे. इसका मुकदमा पुलिस थाने में दर्ज तो हो गया है, लेकिन अभी तक पुलिस बच्ची का कोई सुराग नहीं लगा पाई है.
दरअसल, जिले के महुआ खेड़ा थाना इलाके के क्वार्सी बाईपास स्थित सरोज नगर की गली नं-6 के नजदीक नीलाधर और राजा बंजारों और लोहार का परिवार झुग्गी-झोपड़ी में रहता है. रेखा ने बताया कि विगत 22 जून की रात झुग्गी के बाहर मां के साथ सो रही 2 वर्ष की मासूम बेटी शिवानी को बच्चा चोर गैंग चोरी कर ले गए. इसकी शिकायत पुलिस से की गई. मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया, लेकिन करीब 15 दिन बीत जाने के बाद भी बच्ची का पुलिस कोई भी सुराग नहीं लगा सकी है.
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परिजनों का कहना है कि अब बच्चों को लेकर बहुत डर लगता है कि कहीं, इन बच्चों में से कोई बच्चा चोरी न हो जाए. इसीलिए दिन हो या रात, जब भी घर पर बड़े सदस्य नींद लेते हैं तो बच्चों को चारपाई या पलंग में लोहे की जंजीर और ताले से बांध देते हैं. जिससे कोई उन्हें चोरी न कर सके. परिजनों ने यह भी कहा कि बच्चों को इससे पीड़ा होती है, डर के कारण हम मजबूर हैं.
लीलाधर ने पुलिस की कार्रवाई में देर होने पर कहा कि, अगर हम अमीर होते तो हमारी सुनी जाती, हम गरीबों की कौन सुनेगा. बच्चे सुरक्षित रहें और रात को सोते समय कोई उठाकर न ले जा सके, इसलिए मां-बाप को दिल पे पत्थर रखकर अपने बच्चों के बचपन को जंजीरों से बांध कर रखना पड़ रहा है.