अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मुस्लिम महिलाओं और छात्राओं ने योग में बढ़-चढ़कर भाग लिया. फिजिकल एजुकेशन विभाग के प्रांगण में योग का आयोजन किया गया. यहां मुस्लिम महिलाओं ने बुर्का और हिजाब पहनकर योग किया.
- विश्व योग दिवस के मौके पर एएमयू के कुलपति तारीख मनसूर ही मौजूद रहे.
- शिक्षा विभाग के प्रोफेसर राजेंद्र सिंह और डॉ. नौशाद वहीद ने योग कराया.
- मौके पर महिलाओं ने कहा कि योग सभी के लिए अच्छा है.
- योग को किसी धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहिए.
- योग हर तरह की बीमारी से निजात दिलाता है.
मोहम्मद आसिफ ने बताया कि योग को किसी जाति या धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहिए. इसे फिजिकल फिटनेस के रूप में देखना चाहिए. छात्रा अनम ने कहा कि योग जाति धर्म का नाम नहीं है. इसे धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए. यह हेल्थ से जुड़ी बात है. अमानउल्ला ने बताया कि वह 15 साल से योग कर रहे हैं. योग के जरिए बॉडी को कंट्रोल करते हैं और प्राणायाम से माइंड को कंट्रोल करते हैं. योग आध्यात्म है, जो खुदा से हमें जोड़ता है.