अलीगढ़ : जनपद में महापौर मोहम्मद फुरकान ने अपने समर्थकों के साथ CAA, NRC और NPR कानून के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान महापौर शमशाद मार्केट स्थित अपने आवास से कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकालकर जाने वाले थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें बीच में ही रोक दिया.
महापौर ने सरकार पर लगाया आरोप
महापौर ने विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार अपने राजनीतिक स्वार्थो के लिए हिंदू और मुसलमानों के मध्य नफरत के बीज बोने का काम कर रही है. लेकिन देश के नागरिक बहकावे में आने वाले नहीं है क्योंकि भारत धर्मनिरपेक्ष देश है.
प्रदर्शन में नेता और एएमयू के शिक्षक भी शामिल
CAA और NRC के विरोध में प्रदर्शन कर रहे महापौर के साथ बसपा के नेता और एएमयू के शिक्षक भी शामिल रहे. इस दौरान तिरंगा झंडा हाथों में लेकर प्रदर्शन के लिए निकले थे. इस दौरान महापौर मोहम्मद फुरकान ने कहा कि वर्तमान सरकार पूर्ण रूप से असफल है. देश में महंगाई चरम पर है इसी के साथ ही गरीबी बढ़ रही है. इन सभी से देशवासियों का ध्यान हटाने के लिए सरकार नागरिकता संशोधन कानून लेकर आई.
महापौर ने एसीएम प्रथम को सौंपा
इस कानून के पारित होने से एक बहुत बड़े वर्ग में भय व्याप्त है. इन सब बातों को लेकर महापौर CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकालकर जाने वाले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक दिया. इसके बाद महापौर मोहम्मद फुरकान ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसीएम प्रथम रंजीत सिंह को सौंपा और राष्ट्रपति से नागरिकता संशोधन विधेयक को वापस लेने की मांग की.
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महापौर ने CAA, NRC और NPR के विरोध में ज्ञापन दिया है. उनके साथ सभी धर्मों के लोग शामिल थे. उन्होंने कहा कि ज्ञापन में वर्णित उनकी भावनाओं को राष्ट्रपति को प्रेषित किया जायेगा.
रंजीत सिंह, एसीएम प्रथम