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भारी बारिश के चलते प्राचीन अचलेश्वर मंदिर का बड़ा हिस्सा ढहा, हिंदूवादी संगठनों ने किया प्रदर्शन - अलीगढ़ खबर

अलीगढ़ में भारी बारिश के चलते शहर का प्राचीन अचलेश्वर मंदिर का एक बड़ा हिस्सा गुरुवार को ढह गया. अचल सरोवर की तरफ का भाग गिरा है. इसी अचल सरोवर के किनारे स्थित अचलेश्वर मंदिर की नींव में खुदाई की गई थी और बारिश के चलते मंदिर का एक हिस्सा ढह गया. मौके पर नगर निगम का कोई अधिकारी नहीं पहुंचने पर हिंदूवादी संगठन आक्रोशित हो गए और जमकर नारेबाजी की.

भारी बारिश के चलते प्राचीन अचलेश्वर मंदिर का बड़ा हिस्सा ढहा
भारी बारिश के चलते प्राचीन अचलेश्वर मंदिर का बड़ा हिस्सा ढहा
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Published : May 20, 2021, 4:19 PM IST

अलीगढ़: जिले में भारी बारिश के चलते शहर का प्राचीन अचलेश्वर मंदिर का एक बड़ा हिस्सा गुरुवार को ढह गया. इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन अचल सरोवर के सौंदर्यीकरण के काम पर सवालिया निशान उठ गए. स्मार्ट सिटी के तहत अचल सरोवर में कई महानों से काम चल रहा है. इसी अचल सरोवर के किनारे स्थित अचलेश्वर मंदिर की नींव में खुदाई की गई थी और बारिश के चलते मंदिर का एक हिस्सा ढह गया. मौके पर नगर निगम का कोई अधिकारी नहीं पहुंचने पर हिंदूवादी संगठन आक्रोशित हो गए. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की. हिंदू वादी संगठनों ने अचल सरोवर में कराए जा रहे निर्माण कार्य पर उंगली उठाई है. बारिश तेज होने पर मंदिर के बाकी बचे हिस्से को बचाने के लिए नगर निगम की तरफ से कार्रवाई न करने को लेकर हंगामा किया गया. स्थानीय लोगों के हंगामे के बाद सहायक नगर आयुक्त पहुंचे और अचलेश्वर मंदिर के गिरे हुए भाग के निर्माण का भरोसा देकर लोगों को शांत कराया.

बारिश के चलते प्राचीन अचलेश्वर मंदिर का बड़ा हिस्सा ढहा

नगर निगम के अधिकारियों का मोबाइल बंद होने से पनपा आक्रोश
अलीगढ़ शहर का प्रसिद्ध अचलेश्वर मंदिर एक हिस्सा दो दिन की बारिश के चलते गुरुवार को ढह गया. इस मंदिर में हिंदू समाज की बहुत आस्था है. नगर निगम पास में अचल सरोवर के सौंदर्यीकरण का काम करा रहा है. लोगों का आरोप है कि अचल सरोवर में खुदाई करने से अचलेश्वर मंदिर की नींव कमजोर हो गई और बारिश में मंदिर का एक हिस्सा ढह गया. अगर मंदिर के किनारे सहारा देकर दीवार खड़ी कर काम करते, तो मंदिर का हिस्सा बच जाता. इस दौरान स्थानीय लोगों ने नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह को कई बार फोन किया, लेकिन उनका मोबाइल बंद था. अचलेश्वर मंदिर के नीचे भी गड्ढा हो गया था. जिस को ठीक करने के लिए नगर निगम अधिकारियों को मौके पर बुलाया जा रहा था. लेकिन समय पर किसी अधिकारी के नहीं आने से हिंदूवादी संगठनों ने हंगामा खड़ा कर दिया. लोगों ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर सड़क पर जाम लगा दिया गया.

इसे भी पढ़ें-जिले में मिले ब्लैक फंगस के दो मरीज

मंदिर की मूर्तियों को पहुंचा नुकसान
हिंदूवादी नेताओं ने मांग करते हुए कहा कि मंदिर की दीवार को नगर निगम दोबारा सही करवाएं और जिन मूर्तियों को नुकसान पहुंचा है, उनकी प्राण प्रतिष्ठा कराए. इसके साथ ही मंदिर के नीचे जो गड्ढा बन गया है. उसको नगर निगम मिट्टी डलवा कर भरवाएं, ताकि अचलेश्वर मंदिर को सुरक्षित किया जा सकें. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी की पूर्व मेयर शकुंतला भारती भी पहुंची और उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को सूचना के बाद भी मौके पर कोई अधिकारी नहीं आया. नगर निगम का भी कोई अधिकारी नहीं आया. वहीं भाजपा विधायक अनिल पाराशर भी पहुंचे. सहायक नगर आयुक्त राज बहादुर सिंह ने बताया कि बारिश के चलते मंदिर का एक हिस्सा ढह गया है. उन्होंने कहा कि नगर निगम मंदिर को पूर्ण रूप से सुरक्षित करने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने बताया कि अचल सरोवर पर सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है. अचलेश्वर मंदिर इसी सरोवर से सटा हुआ है और बहुत पुराना मंदिर है. इसमें कुछ तकनीकी कमियां थी. अब मंदिर के नीचे बोरियों के कट्टे लगाकर सही कराया जा रहा है.

अलीगढ़: जिले में भारी बारिश के चलते शहर का प्राचीन अचलेश्वर मंदिर का एक बड़ा हिस्सा गुरुवार को ढह गया. इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन अचल सरोवर के सौंदर्यीकरण के काम पर सवालिया निशान उठ गए. स्मार्ट सिटी के तहत अचल सरोवर में कई महानों से काम चल रहा है. इसी अचल सरोवर के किनारे स्थित अचलेश्वर मंदिर की नींव में खुदाई की गई थी और बारिश के चलते मंदिर का एक हिस्सा ढह गया. मौके पर नगर निगम का कोई अधिकारी नहीं पहुंचने पर हिंदूवादी संगठन आक्रोशित हो गए. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की. हिंदू वादी संगठनों ने अचल सरोवर में कराए जा रहे निर्माण कार्य पर उंगली उठाई है. बारिश तेज होने पर मंदिर के बाकी बचे हिस्से को बचाने के लिए नगर निगम की तरफ से कार्रवाई न करने को लेकर हंगामा किया गया. स्थानीय लोगों के हंगामे के बाद सहायक नगर आयुक्त पहुंचे और अचलेश्वर मंदिर के गिरे हुए भाग के निर्माण का भरोसा देकर लोगों को शांत कराया.

बारिश के चलते प्राचीन अचलेश्वर मंदिर का बड़ा हिस्सा ढहा

नगर निगम के अधिकारियों का मोबाइल बंद होने से पनपा आक्रोश
अलीगढ़ शहर का प्रसिद्ध अचलेश्वर मंदिर एक हिस्सा दो दिन की बारिश के चलते गुरुवार को ढह गया. इस मंदिर में हिंदू समाज की बहुत आस्था है. नगर निगम पास में अचल सरोवर के सौंदर्यीकरण का काम करा रहा है. लोगों का आरोप है कि अचल सरोवर में खुदाई करने से अचलेश्वर मंदिर की नींव कमजोर हो गई और बारिश में मंदिर का एक हिस्सा ढह गया. अगर मंदिर के किनारे सहारा देकर दीवार खड़ी कर काम करते, तो मंदिर का हिस्सा बच जाता. इस दौरान स्थानीय लोगों ने नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह को कई बार फोन किया, लेकिन उनका मोबाइल बंद था. अचलेश्वर मंदिर के नीचे भी गड्ढा हो गया था. जिस को ठीक करने के लिए नगर निगम अधिकारियों को मौके पर बुलाया जा रहा था. लेकिन समय पर किसी अधिकारी के नहीं आने से हिंदूवादी संगठनों ने हंगामा खड़ा कर दिया. लोगों ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर सड़क पर जाम लगा दिया गया.

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मंदिर की मूर्तियों को पहुंचा नुकसान
हिंदूवादी नेताओं ने मांग करते हुए कहा कि मंदिर की दीवार को नगर निगम दोबारा सही करवाएं और जिन मूर्तियों को नुकसान पहुंचा है, उनकी प्राण प्रतिष्ठा कराए. इसके साथ ही मंदिर के नीचे जो गड्ढा बन गया है. उसको नगर निगम मिट्टी डलवा कर भरवाएं, ताकि अचलेश्वर मंदिर को सुरक्षित किया जा सकें. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी की पूर्व मेयर शकुंतला भारती भी पहुंची और उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को सूचना के बाद भी मौके पर कोई अधिकारी नहीं आया. नगर निगम का भी कोई अधिकारी नहीं आया. वहीं भाजपा विधायक अनिल पाराशर भी पहुंचे. सहायक नगर आयुक्त राज बहादुर सिंह ने बताया कि बारिश के चलते मंदिर का एक हिस्सा ढह गया है. उन्होंने कहा कि नगर निगम मंदिर को पूर्ण रूप से सुरक्षित करने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने बताया कि अचल सरोवर पर सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है. अचलेश्वर मंदिर इसी सरोवर से सटा हुआ है और बहुत पुराना मंदिर है. इसमें कुछ तकनीकी कमियां थी. अब मंदिर के नीचे बोरियों के कट्टे लगाकर सही कराया जा रहा है.

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