अलीगढ़: एनएमसी बिल के विरोध में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे. इसकी वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हड़ताल का हवाला देकर सुरक्षाकर्मी भी गेट से ही मरीजों को लौटा रहे हैं. एनएमसी बिल के विरोध में गुरुवार से ही जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. इसकी वजह से इमरजेंसी सेवाएं ठप हैं. पूरे देश भर में डॉक्टर एनएमसी बिल का विरोध कर रहे हैं. बिल को जनविरोधी बताया जा रहा है.
एनएमसी बिल के विरोध में जूनियर डॉक्टर-
- जूनियर डॉक्टरों ने बताया कि मध्यमवर्ग परिवार के लिए यह बिल घातक है.
- डॉक्टरी की पढ़ाई मंहगी हो जाएगी, नेशनल एग्जिट एग्जाम को लाइसेंस के लिए पास करना ठीक था.
- पीजी सीट और प्रैक्टिस का लाइसेंस देना बिल्कुल अनुचित है.
- डॉक्टरों का कहना है कि सरकार को सुधार करना है तो एमबीबीएस और पीजी की सीटें बढ़ाएं, न कि ब्रिज कोर्स लागू करें.
- बीएससी नर्सिंग में 6 महीने का कोर्स करने वाले को एलोपैथिक की प्रैक्टिस के लिए अनुमति दे रहे हैं.
- इनका कहना है कि 6 साल पढाई कर आने वाला एमबीबीएस डॉक्टर क्या करेगा.
डॉक्टरों का कहना है कि एनएमसी बिल राज्यसभा में पास हो गया है. एनएमसी बिल से प्राइवेटाइजेशन बढ़ेगा. फीस बढ़ेगी. उन्होंने बताया कि पूरे देश में आईएमए, ऐम्स, सफदरगंज सहित कई अस्पतालों में डॉक्टर बिल के खिलाफ हड़ताल पर हैं.