अलीगढ़ः सपा के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव सोमवार को सपा के वरिष्ठ नेता नईम अहमद से मिलने अलीगढ़ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत भी की. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर सरकार को घेरा और कहा कि जैसे-जैसे चुनाव करीब आएंगे. सरकार अपनी कमियां छिपाएगी.
सपा नेता ने आगे कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वह बताए कि महंगाई कितनी कम हुई. भाजपा सरकार ने रोजगार देने का वादा किया था. भाजपा के लोग 9 साल की उपलब्धि की खुशियां मना रहे हैं. इन खुशियों में बताएं कि 9 साल में 18 करोड़ रोजगार का वादा कहां चला गया.
महंगाई कम करने की बात की थी. पेट्रोल, गैस सिलेंडर दोगुना तिगुना रेट हो गया. वहीं, ज्ञानवापी के सवाल पर उन्होंने कहा कि देश में अहम मुद्दों पर मीडिया को चिंतित होना चाहिए. चौथे खंभे का यह नैतिक दायित्व है. सिर्फ चौथा खंभा कहे जाने से ही दायित्व पूरा नहीं होता. उन्होंने कहा कि मीडिया को नैतिकता के सवाल को उठाना पड़ेगा. विपक्ष मुद्दों को उठा रहा है.
मणिपुर की घटना को लेकर यादव ने कहा कि पूरा देश शर्मसार है. पूरा विपक्ष आवाज उठा रहा है. सरकार को बहुत गंभीरता के साथ समस्या का समाधान करना चाहिए था. लेकिन नहीं किया. मणिपुर में जो हो रहा है. वह केंद्र सरकार, राज्य सरकार की जानकारी में है. सरकार की सहमति से ही मानवता शर्मसार हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार नियोजित तरीके से महिलाओं, गरीबों, आदिवासियों पर अत्याचार कर रही है, जो चिंता का विषय है. देश की सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए.
इसके अलावा पूर्व सपा सांसद ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी पर सरकार को जवाब देना चाहिए. मणिपुर मुद्दा, जातिगत गणना, दलितों, पिछड़ों और माइनॉरिटी का आरक्षण छीना जा रहा है. इन बातों पर सरकार को बोलना चाहिए. मणिपुर में अंदर मानवता कराह रही है, लेकिन उस पर चर्चा नहीं की जा रही है.
ये भी पढ़ेंः कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी का बीजेपी और बसपा पर निशाना, बोले- भाजपा के भी तो पहले दो ही एमपी थे