अलीगढ़ : जिले में एक घर के अंदर मजार बना कर पूजा करने वाले व्यक्ति को बजरंग दल के विरोध के चलते मजार हटानी पड़ी. बजरंग दल का आरोप था कि मजार की आड़ में हिंदुओं के धर्मांतरण की साजिश की जा रही है. इसके लिए बजरंग दल ने सोशल मीडिया पर कैंपेन भी चलाया था. थाना देहली गेट के खैर रोड स्थित इंदिरा नगर में दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करने वाले जयपाल सिंह की पीर बाबा में गहरी आस्था है और इसी के चलते उन्होंने अपने घर में सीमेंट की दो मजार बना ली थी. जिसे जलेसर के पीर बाबा को समर्पित किया था और मजार पर पूजा-अर्चना की जा रही थी.
'हिन्दू परिवारों के धर्मांतरण की साजिश'
इस बात की भनक जब बजरंग दल के संयोजक गौरव शर्मा को लगी तो उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए मामले से प्रशासन को अवगत कराया और कहा कि हिंदू परिवारों के धर्मांतरण की साजिश की जा रही है. गौरव शर्मा ने मजार हटाने की मांग की. उन्होंने प्रशासन से शिकायत करते हुए कहा कि इलाके में अधिकतर अशिक्षित हिंदू परिवार रहते हैं और यहां धर्मांतरण कराया जा रहा है. उन्होंने पूछा कि हिंदू घर में मजार का क्या मतलब है ?
...और फिर घर से हटानी पड़ी मजार
पुलिस ने बजरंग दल की शिकायत के आधार पर घर का निरीक्षण किया और फिर जयपाल सिंह को अपने घर से मजार हटानी पड़ी. हालांकि मजार के करीब ही माता रानी की प्रतिमा रखकर पूजा भी का जा रही थी. बजरंग दल के जिला संयोजक गौरव शर्मा का कहना है कि धन का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. इस पर लगाम लगाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हिंदू परिवार में मजार का बनना गहरी साजिश का हिस्सा है. भविष्य में यहां दरगाह भी बनायी जा सकती थी. उन्होंने आरोप लगाया कि जयपाल आर्थिक तौर पर इतना सम्पन्न नहीं है कि वह खुद आवास बना सके. उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना की मदद से घर बनवाया है और इसी घर में जयपाल मजाकर बनाकर भक्ति कर रहे थे.
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