अलीगढ़: जिले में 26 मई को नूरपुर गांव के ओमप्रकाश नाम के शख्स की दो बेटियों की शादी थी. इस दौरान बारात को गांव की एक मस्जिद के पास रोक दिया गया था, और बरातियों और घरातियों के साथ मारपीट की गई थी. इस दौरान तीन लोग घायल भी हो गए थे. जिसके बाद नाराज दलित परिवारों ने अपने मकान के बाहर 'घर बिकाऊ है' लिखकर सनसनी फैला दी थी. पुलिस ने इसमें कार्रवाई करते हुए 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. इसमें शनिवार को 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
भाजपा नेताओं के जाने से माहौल हुआ गर्म
नूरपुर मामले को लेकर राजनीतिक दलों की बयानबाजी भी खूब हुई थी. इस मामले में भाजपा सांसद सतीश गौतम और मेयर शकुंतला भारती गांव में पीड़ित पक्ष से मिली थीं. इसके बाद पुलिस पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया था. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए, शनिवार को 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. बाकी 7 आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं.
क्षेत्राधिकारी टप्पल ने बताया कि पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष के विरुद्ध एससी-एसटी एक्ट व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था. मुकदमे में पुलिस ने चार लोगों को और गिरफ्तार किया है. घटना में अब तक कुल पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
गिरफ्तार होने वालों में लहरु, सरफू, अमजद, शहजोर शामिल हैं. इन पर आरोप है कि बारात निकालने के दौरान हिंदू समुदाय के साथ मारपीट की थी. साथ ही मस्जिद के रास्ते से बारात नहीं निकालने की धमकी दी थी. मामले में 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. इन चारों आरोपी को पुलिस ने लालपुर तिराहे के पास से गिरफ्तार किया है.
पढ़ें- 700 साल से अधिक पुराना है यह मंदिर, बालरूप में विराजते हैं हनुमानजी