अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र को हिंदू देवी-देवताओं को जोड़ते हुए प्रोजेक्टर पर रेप की हिस्ट्री व डेफिनेशन पढ़ाने के मामले में निलंबित कर दिया गया था. अब इस संबंध में एएमयू प्रशासन ने 4 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग इंक्वायरी कमेटी का गठन किया है. जल्द ही आरोपी प्रोफेसर की जांच रिपोर्ट एएमयू प्रशासन को सौंपेगी.
दरअसल, बीते गुरुवार को एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक मेडिसीन डिपार्टमेंट के सहायक प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार के द्वारा एमबीबीएस छात्र- छात्राओं को लेक्चर के दौरान हिंदू देवी-देवताओं को जोड़ते हुए प्रोजेक्टर पर रेप की हिस्ट्री और परिभाषा पढ़ाने का मामला सामने आया था. जिसका प्रोजेक्टर पर पढ़ाई के दौरान एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एएमयू प्रशासन में हड़कंप मच गया था. इसकी एक लिखित शिकायत एएमयू के ही पूर्व छात्र निशित शर्मा ने क्लास में पढ़ाने वाले सहायक प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र और डिपार्टमेंट के चेयरमैन के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर थाना सिविल लाइन पर तहरीर दी थी.
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मामले को तूल पकड़ता हुआ देखकर एएमयू प्रशासन ने सहायक प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र को कारण बताओ नोटिस जारी कर सस्पेंड कर दिया था. वहीं, अब इस मामले में एएमयू प्रशासन ने चार सदस्य फैक्ट फाइंडिंग इंक्वायरी कमेटी का गठन किया है, जिसमें बॉटनी विभाग के रिटायर्ड प्रोफेसर आरपी सिंह इस कमेटी के अध्यक्ष होंगे. जबकि अन्य कमेटी के सदस्यों में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर एम अथहर अंसारी और फिजियोलॉजी विभाग की प्रोफेसर संगीता सिंघल शामिल है. इस कमेटी के संयोजक डिपार्टमेंटल इंक्वायरी सेक्शन के असिस्टेंट रजिस्ट्रार को बनाया गया है. कमेटी को उक्त मामले के सभी पहलुओं के संबंध में अपनी रिपोर्ट अति शीघ्र जमा करने के लिए कहा है. शनिवार को ये जानकारी एएमयू के जनसंपर्क कार्यालय के द्वारा जारी कर दी गई.
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