अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों की फीस अचानक दोगुनी बढ़ा दी गई है. इससे विदेशी स्टूडेंट्स परेशान हैं. बता दें, एएमयू में करीब एक हजार विदेशी छात्र पढ़ते हैं और हर साल दो से ढाई सौ विदेशी छात्रों की संख्या बढ़ जाती है. यहां इंडोनेशिया, थाईलैंड, यमन, अफगानिस्तान, ईरान, थाईलैंड, मारीशस और मलेशिया आदि देशों के छात्र पढ़ने आते हैं.
बताया जाता है कि विदेशी छात्रों की फीस बढ़ने से बाहर से आने वाले छात्रों की संख्या कम हो जाएगी. एएमयू में विदेशी छात्रों के लिए फीस स्ट्रक्चर सस्ता है. अचानक फीस बढ़ाने से छात्र इसका भार वहन नहीं कर सकते. इंटरनेशनल स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट असद उल्ला नूरजई ने बताया कि विदेशी छात्रों की संख्या कम होती है तो इसका जिम्मेदार एएमयू के रजिस्ट्रार और कंट्रोलर होंगे. हालांकि विदेशी छात्रों की डेलीगेशन ने एएमयू रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद से मुलाकात की है और फीस बढ़ने से विदेशी छात्रों की समस्याओं से अवगत कराया है. विदेशी छात्रों की फीस रिव्यू के लिए एक कमेटी बनाई गई है. इसमें विदेशी छात्रों की फीस बढ़ाने पर पुनर्विचार किया जा रहा है.
अफगानिस्तान के छात्र असदउल्ला ने बताया कि यमन व अफगानिस्तान के हालात कश्मीर से भी बुरे हैं. लॉकडाउन के चलते सभी देशों के हालात एक जैसे हैं. उन्होंने बताया कि ज्यादातर कोर्सेस में विदेशी छात्रों के लिए फीस डबल कर दी है. बीटेक की 8 हजार 6 सौ डॉलर फीस थी, लेकिन अब डबल हो गई है.
एएमयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने बताया कि विदेशी छात्र फीस बढ़ोत्तरी को लेकर धरना भी देने जा रहे थे. इंटरनेशनल स्टूडेंट विश्वविद्यालय में नहीं आएंगे तो गलत मैसेज जाएगा. विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों के आने से विविधता में एकता का कल्चर परिलच्छित होता है. फैजुल हसन ने बताया कि फीस को कम करने के लिए कमेटी बनाई गई है. इसको लेकर कुलपति से भी चर्चा करने की बात कही है.
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