अलीगढ़: कानून के हाथों से बचना मुमकिन नहीं. अपराधी कितना भी माहिर हो आज नहीं तो कल कानून के शिकंजे में आ ही जाता है. ऐसे ही एक मामले में दोहरे हत्याकांड का आरोपी 35 सालों बाद कानून की गिरफ्त में आया. कोई 35 साल पहले थाना जवां क्षेत्र में दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले सत्यवीर सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. सत्यवीर सिंह ने 1985 में थाना जवां क्षेत्र के ग्राम सुमेरपुर में 2 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
सिविल लाइन के क्षेत्राधिकारी र्श्वेताभ पांडे ने बताया कि आरोपी सत्यवीर ने 1985 में हत्याकांड को अंजाम दिया था. उस समय पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. 1992 में वह पैरोल बाहर आने के बाद फरार हो गया था. काफी तलाश के बाद भी जब वह नहीं मिला तो उस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया.
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पहचान छुपाकर नोएडा में रह रहा था सत्यवीर: अलीगढ़ एसएसपी कलानिधि नैथानी के निर्देश पर सत्यवीर का पता लगाने के लिए स्वाट टीम के साथ-साथ कई अन्य टीमें गठित की गई. आखिरकार पुलिस को सफलता मिली. कड़ी सुरागरसी-पतारसी एवं कई दिनों की अथक मेहनत और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के आधार पर 35 साल से फरार अभियुक्त सत्यवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया.
उन्होंने बताया कि आरोपी सत्यवीर अपना घर-बार छोड़कर और पहचान छुपाकर गौतमबुद्ध नगर में दूध की डेयरी चलाने लगा था. वह अपने परिवार वालों से भी कोई संपर्क नहीं रख रहा था लेकिन कुछ वर्षों से वह चोरी छिपे कभी-कभार अपने परिवार वालों से मिलने आने लगा था. मुखबिर की सूचना पर सत्यवीर को सुमेरा तिराहे से गिरफ्तार कर लिया गया.
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