अलीगढ़: जिले के सोमना-डाबर स्टेशन के बीच 2 दिसंबर को हुआ रेल हादसा कर्मचारियों और ठेकेदार की लापरवाही से हुआ था. कर्मचारी ट्रैक पर काम करने के लिए सब्बल (लोहे की रॉड) को लेकर आए थे. सब्बल को सुरक्षित स्थान पर रखने के बजाय उन्होंने इसे मेन लाइन पर छोड़ दिया था. उसके बाद सामान लेने के लिए चले गए थे. इसी दौरान नीलांचल एक्सप्रेस ट्रेन वहां से गुजरी और यह हादसा हो गया. मामले में 5 दिसंबर को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
नीलांचल एक्सप्रेस ट्रेन (Nilanchal Express Train accident) घटना स्थल से गुजर रही थी, तो उसकी रफ्तार 110-120 किमी/घंटे के बीच थी. कर्मचारियों की लापरवाही के कारण मेन लाइन पर पड़ा सब्बल अचानक से उछला और नीलांचल एक्सप्रेस ट्रेन के कोच की सीट पर बैठे यात्री हरकेश दुबे की गर्दन में घुस गया. रॉड की रफ्तार इतनी तेज थी कि वह यात्री की गर्दन में आर-पार हो गया, जिससे उसकी मौत हो गई.
मृतक हरिकेश सुलतानपुर का निवासी था. घटना के बाद मामले की जांच रेलवे ने जीआरपी और आरपीएफ को सौंपी थी. दोनों टीमें संयुक्त रूप से मामले की जांच में जांच में जुटी थीं. 5 दिसंबर को पुलिस ने घटना का खुलासा किया. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. रेलवे की ओर से मृतक हरिकेश के परिजनों को 5 लाख रुपये की मुआवजा राशि भी सौंपी गई है.
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समय से पहले शुरू हो गया था काम: रेलवे ट्रैक पर सुबह 9 बजे से काम शुरू किया जाना था. इसके लिए रेलवे से ब्लॉक भी लिया गया था और 9 बजे के बाद ट्रैक बदलकर ट्रेनों को गुजारा जाता. लेकिन, कर्मचारियों ने 8:35 पर ही काम शुरू कर दिया था और अपने औजार भी ट्रैक पर ही छोड़ दिए. जिसके कारण यह हादसा हुआ. पुलिस ने लापरवाही करने वाले हापुड़ के थाना इंजीनियर कपूरपुर निवासी साजिद अली पुत्र ताहिर अली, जिला रामपुर के थाना मिलक निवासी ठेकेदार प्रमोद कुमार पुत्र लेखराज और ठेकेदार के कर्मचारी रामपुर निवासी विशेष कुमार पुत्र राजाराम को गिरफ्तार किया है.
बिजली के पोल से टकराकर ट्रेन में घुसा सब्बल: विशेष कुमार सब्बल को छोड़कर दूसरी ओर चला गया था. इसी दौरान नीलांचल एक्सप्रेस ट्रेन अपने समय और निर्धारित रफ्तार से वहां से गुजरी. सब्बल ट्रेन के इंजन से टकराया और उछलकर दूसरी ओर गया. दूसरी तरफ वह बिजली के पोल से टकराकर वापस ट्रेन के अंदर आ गया और इसमें यात्रा कर रहे हरिकेश की गर्दन में आरपार हो गया. जिसमें उसकी मौत (Passenger dies due to rod entering Nilanchal train) हो गई थी. इस सारी घटना में इंजीनियर, ठेकेदार और कर्मचारी की लापरवाही सामने आई है, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया है.
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