अलीगढ़: अलीगढ़ में बन्ना देवी क्षेत्र में स्थित नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर के बाउंड्री वाल के निर्माण को लेकर हुआ विवाद (Neelkantheshwar temple land dispute) थमने का नाम नहीं ले रहा है. दरअसल मंदिर ट्रस्ट एक तरफ जमीन अपनी बताकर बाउंड्री वाल का निर्माण कर रहा है. वही दूसरी तरफ दलित समुदाय के लोग अपनी जमीन बता रहे हैं. जिसको लेकर के इलाके में तनाव बढ़ गया है. शुक्रवार शाम को दलित समाज के लोगों ने भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध मार्च (Dalit community protest march against BJP) निकाला. दलित समुदाय के लोगों ने हाथों में इस्लाम धर्म अपनाने के पोस्टर लिए थे. दलित समाज की नाराजगी को लेकर क्षेत्र तनाव बना हुआ है. फिलहाल मौके पर पुलिस फोर्स तैनात की गई है.
इस मामले में स्थानीय निवासी ललित कुमार ने बताया कि मंदिर के बाहर स्थित जमीन जाटव समाज की है और इसके आसपास जाटव समाज की आबादी है. पिछले 100 सालों से यहां दलित समुदाय के लोग रहते आ रहे है. कुछ भू माफियाओं ने फर्जी ट्रस्ट बनाकर प्रशासन को गुमराह किया है और मंदिर की जमीन पर कब्जा कर निर्माण कार्य करा रहे हैं.
ललित ने बताया कि बाउंड्री वाल का कोई विरोध नहीं है लेकिन जो करीब में मकान बने है वहां पर तोड़फोड़ की जा रही है. उन्होंने कहा कि जब हमारी शासन प्रशासन नहीं सुनेगा और हिंदूवादी संगठन भी हमारी नहीं सुनेंगे, तो हमारे पास धर्म परिवर्तन के अलावा कोई चारा नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारी सुनवाई अगर नहीं होती है, तो सामूहिक तौर पर धर्म परिवर्तन करेंगे. चाहे इस्लाम धर्म अपनाना पड़े या ईसाई धर्म.
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ललित कुमार ने बताया कि मंदिर पर 12 फीट की बाउंड्री लगाई जा रही है जो गलत है. जिला प्रशासन से हमारी मांग है कि दोनों पक्षों को बुलाकर बारीकी से दस्तावेजों का अवलोकन कर फैसला लें. जिला प्रशासन ने भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, तो दलित समुदाय के लोग आने वाले समय में धर्म परिवर्तन को विवश होंगे.