अलीगढ़: शहर में शुक्रवार को जुमा अलविदा नमाज से पहले कुत्तों को क्रूरता से पकड़े जाने का मामला सामने आया है. कुत्तों को एक स्थान से दूसरे स्थान रखने को लेकर पशु प्रेमियो ने विरोध जताया है. कई पशु प्रेमियों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने का मामला दर्ज कराने की बात कही है. जिसे लेकर नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि ईद पर सुरक्षा को देखते हुए कुत्तों को पकड़वाया गया है.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में रिटायर्ड डॉक्टर पर कुत्तों के हमले से मौत के बाद नगर निगम ने कुत्ते पकड़ने का एक अभियान चलाया है. इसी अभियान के तहत शुक्रवार को जुमा अलविदा नमाज से पहले मस्जिदों के आसपास नगर निगम की गाड़ियों द्वारा कुत्तों को पकड़ा गया. जिसका फोटो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वायरल तस्वीरों में कुत्तों को पकड़कर क्रूरता पूर्वक गाड़ी में रखा गया. जिनको एक स्थान से दूसरे स्थान छोड़ा गया. जिसको लेकर पशु प्रेमी नाराजगी जाहिर की है.
जीव दया फाउंडेशन की संचालक आशा सिसोदिया ने बताया कि नियम के विरुद्ध जाकर नगर निगम यह काम कर रहा है. नगर निगम नसबंदी जैसे कार्यक्रम कराने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि डॉग को एक जगह से उठाकर दूसरी जगह फेंक दिया जाता है. इसके अलावा उन्होंने लिखा कि नगर निगम के पास न आइसोलेशन वार्ड है और न ही कोई चिन्हित जगह है. क्या इससे समस्या नहीं आएगी.
वहीं, सोशल मीडिया पर तस्वीरों के साथ कमेंट में तराना सिंह ने लिखा है कि धार्मिक मुद्दा बना कुत्तों की मौत का कारण. जबकि पशु प्रेमी विकेंद्र शर्मा ने लिखा है कि अलीगढ़ में सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए नगर निगम ने कुत्तों को RELOCATE कराया है. विकेन्द्र शर्मा नाम के यूजर ने लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना पर मुकदमा दर्ज कराएंगे. इसके साथ ही कई पशु प्रेमियों ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि कुत्तों पर क्रूरता ज्यादा हो रही है. अलीगढ़ अपर नगर आयुक्त ठाकुर प्रताप सिंह ने कहा ईद पर सुरक्षा की दृष्टि से कुत्तों को पकड़वाया गया है.
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