अलीगढ़: कोरोना लॉकडाउन के कारण लोगों को फिट रखने की जगह यानी जिम मार्च माह से ही बंद पड़े हैं. अलीगढ़ में 100 से अधिक छोटे-बड़े जिम हैं, जो अधिकतर किराये के भवन पर चलते हैं और इन्हें बिजली का बिल भी देना पड़ता है. लॉकडाउन के चलते जिम बंद रखने से कारोबार ठप पड़ा है. जिम संचालकों के पास अर्निंग का कोई माध्यम नहीं रहा. ऐसे में जिम संचालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है. जिम संचालक प्रशासन से जिम खोलने की अनुमति के लिए ज्ञापन भी दे चुके हैं
वहीं प्रशासन द्वारा जिम खोलने को लेकर गाइडलाइन जारी करने की बता कही गई थी, लेकिन अभी तक कुछ तय नहीं हुआ, जबकि शहर के सभी जिम संचालक निष्ठा से सरकारी गाइडलाइन के पालन के साथ जिम खोलने को तैयार हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक यह सुनिश्चित नहीं किया जा रहा है.
बॉडी बिल्डिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष मुजाहिद ने कहा कि सरकार जिस तरह से श्रमिकों और मजदूरों की आर्थिक मदद की है, उसी तरह से जिम संचालकों की भी मदद करे. कोविड-19 महामारी के चलते 94 दिन से जिम बंद पड़े हैं. मशीनों और जिम उपकरणों में धूल जम गई है.
जिम संचालक अमजद अली का कहना है कि स्माल स्केल इंडस्ट्री के लिए भी पैकेज दिये गए हैं. इसी तरह से छोटे लोन दिए जाने की मांग जिम संचालक उठा रहे हैं. उनका कहना है कि भवन का किराया, बिजली के बिल के साथ ट्रेनर की भी फीस देनी पड़ रही है. जिम संचालकों की स्थिति दयनीय है. अगर शराब की दुकान खुल सकती है तो गाइडलाइन जारी कर जिम क्यों नहीं खुल सकता है.