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आयुर्वेद के उपायों से व्यक्ति अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकता है: कमिश्नर

कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने पर आयुष मंत्रालय ने स्वयं की देखभाल एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के सुझाव दिए हैं. सुझाव में खाने-पीने के साथ-साथ प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम और ध्यान करें.

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आयुर्वेद से बढ़ा सकते है प्रतिरोधक क्षमता
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Published : Apr 24, 2020, 1:38 PM IST

अलीगढ़ : कोविड-19 से पूरा देश जूझ रहा है. इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए अभी तक कोई दवा नहीं बन सकी है. ऐसे में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय ने सुझाव कुछ दिए हैं.

अलीगढ़ कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने बताया कि ऐसे में शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक प्रणाली महत्वपूर्ण है. आयु एवं स्वास्थ्य से जुड़ा विज्ञान होने के साथ ही आयुर्वेद प्राकृतिक साधनों के प्रयोग पर बल देता है. रोगों से बचाव का आयुर्वेदिक पक्ष दिनचर्या एवं ऋतुचर्या पर आधारित है. आयुर्वेद शास्त्रों में वर्णित उपायों से व्यक्ति अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर सकता है.

योगासन, प्राणायाम करके बढ़ाये शरीर की प्रतिरोधक क्षमता

आयुष मंत्रालय के जरिए स्वयं की देख-भाल और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के सुझाव दिए गए हैं. सुझावों में बताया गया है कि पूरे दिन केवल गरम पानी पियें. आयुष मंत्रालय की सलाह के अनुसार प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम और ध्यान करें.

खाने में इन चीजों का करें प्रयोग

खाने में हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का भोजन बनाने में प्रयोग करें. तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, सोंठ, मुनक्का से बनी हर्बल टी या काढ़ा दिन में एक से दो बार पियें. स्वादानुसार इसमें गुड़ या ताजा नींबू मिला सकते हैं. गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालकर दिन में एक से दो बार पिएं.

नाक से जुड़ी समस्याओं पर ऐसा करें

सामान्य आयुर्वेदिक उपायों में सुबह और शाम तिल, नारियल का तेल, घी नाक के दोनों छिद्रों में लगायें. एक चम्मच तिल और नारियल तेल को लेकर दो से तीन मिनट तक कुल्ले की तरह मुंह में घुमायें उसके बाद उसे थूंक दें. फिर गरम पानी से कुल्ला करें. ऐसा दिन में एक से दो बार करें.

सूखी खांसी के लिए यह है लाभदायक

खांसी, गले में खराश होने की दशा में दिन में एक बार कम से कम पुदीने के पत्ते, अजवाइन डाल कर पानी की भाप लें. लौंग के चूर्ण में गुड़ या शहद मिला कर दिन में दो से तीन बार भी प्रयोग में लाया जा सकता है. यह सामान्य सूखी खांसी के लिये लाभदायक है. फिर भी अगर लक्षण बने रहते हैं. तो डाक्टर से परामर्श अवश्य लें.

आयुष मंत्रालय के दिये गए सुझावों से सभी हो लाभान्वित

कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने मंडल के सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि कोविड-19 के संकट के दौरान खुद की देखभाल और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा बताए गए उपायों का सूचना विभाग की मदद से व्यापक प्रचार प्रसार करना सुनिश्चित करें. ताकि लोग आयुष मंत्रालय के दिये गए सुझावों से लाभान्वित हो कर कोविड-19 वायरस से अपने को बचा सकें.

अलीगढ़ : कोविड-19 से पूरा देश जूझ रहा है. इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए अभी तक कोई दवा नहीं बन सकी है. ऐसे में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय ने सुझाव कुछ दिए हैं.

अलीगढ़ कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने बताया कि ऐसे में शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक प्रणाली महत्वपूर्ण है. आयु एवं स्वास्थ्य से जुड़ा विज्ञान होने के साथ ही आयुर्वेद प्राकृतिक साधनों के प्रयोग पर बल देता है. रोगों से बचाव का आयुर्वेदिक पक्ष दिनचर्या एवं ऋतुचर्या पर आधारित है. आयुर्वेद शास्त्रों में वर्णित उपायों से व्यक्ति अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर सकता है.

योगासन, प्राणायाम करके बढ़ाये शरीर की प्रतिरोधक क्षमता

आयुष मंत्रालय के जरिए स्वयं की देख-भाल और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के सुझाव दिए गए हैं. सुझावों में बताया गया है कि पूरे दिन केवल गरम पानी पियें. आयुष मंत्रालय की सलाह के अनुसार प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम और ध्यान करें.

खाने में इन चीजों का करें प्रयोग

खाने में हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का भोजन बनाने में प्रयोग करें. तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, सोंठ, मुनक्का से बनी हर्बल टी या काढ़ा दिन में एक से दो बार पियें. स्वादानुसार इसमें गुड़ या ताजा नींबू मिला सकते हैं. गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालकर दिन में एक से दो बार पिएं.

नाक से जुड़ी समस्याओं पर ऐसा करें

सामान्य आयुर्वेदिक उपायों में सुबह और शाम तिल, नारियल का तेल, घी नाक के दोनों छिद्रों में लगायें. एक चम्मच तिल और नारियल तेल को लेकर दो से तीन मिनट तक कुल्ले की तरह मुंह में घुमायें उसके बाद उसे थूंक दें. फिर गरम पानी से कुल्ला करें. ऐसा दिन में एक से दो बार करें.

सूखी खांसी के लिए यह है लाभदायक

खांसी, गले में खराश होने की दशा में दिन में एक बार कम से कम पुदीने के पत्ते, अजवाइन डाल कर पानी की भाप लें. लौंग के चूर्ण में गुड़ या शहद मिला कर दिन में दो से तीन बार भी प्रयोग में लाया जा सकता है. यह सामान्य सूखी खांसी के लिये लाभदायक है. फिर भी अगर लक्षण बने रहते हैं. तो डाक्टर से परामर्श अवश्य लें.

आयुष मंत्रालय के दिये गए सुझावों से सभी हो लाभान्वित

कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने मंडल के सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि कोविड-19 के संकट के दौरान खुद की देखभाल और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा बताए गए उपायों का सूचना विभाग की मदद से व्यापक प्रचार प्रसार करना सुनिश्चित करें. ताकि लोग आयुष मंत्रालय के दिये गए सुझावों से लाभान्वित हो कर कोविड-19 वायरस से अपने को बचा सकें.

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