अलीगढ़: उत्तर प्रदेश में अब तक 4 बार सत्ता में रही बहुजन समाजवादी पार्टी का जिले में कोई स्थाई जिला कार्यालय या महानगर कार्यालय नहीं है. अभी तक सभी नेता अपने-अपने घरों से ही पार्टी की राजनीति करते आ रहे हैं. जबकि बसपा को छोड़ जिला मुख्यालय पर बीजेपी, कांग्रेस, सपा, राष्ट्रीय लोक दल समेत अन्य सभी पार्टियों के अपने -अपने जिले पर स्थाई कार्यालय स्थापित हैं.
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अलीगढ़ जिला मुख्यालय पर बीजेपी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल समेत अन्य सभी पार्टियों के अपने-अपने जिला मुख्यालय कार्यालय शहर में स्थापित हैं. जहां पर पार्टी की रूपरेखा तैयार की जाती है. बसपा की बात करें तो जिला मुख्यालय में बसपा की अलीगढ़ इकाई का जिला मुख्यालय पर अभी तक कोई स्थाई कार्यालय स्थापित नहीं हो सका है. इससे पार्टी में गुटबाजी को भी हवा मिल रही है. इसका एक उदाहरण बीते पांच दिन पहले बसपा जिलाध्यक्ष रतनदीप के घर पर देखने को मिला. कार्यालय पर पंचायत चुनावों को लेकर चल रही बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की. एक दूसरे के ऊपर जमकर कुर्सी फेंकी और कार्यकर्ताओं ने जिला पंचायत चुनाव में टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए हंगामा भी किया.
बसपा के अंदर नेताओं के बीच चल रही उठापटक भी जारी है जिसकी वजह से अभी तक अलीगढ़ मंडल कोऑर्डिनेटर सुनील कुमार निगम समेत चार नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव आने वाला है. जिसमें देखने वाली बात होगी कि बसपा प्रत्याशी आने वाले पंचायत चुनाव में कैसे जीत हासिल कर पाएंगे.
बसपा पंचायत चुनाव में उभरकर सामने आएगी
बसपा के पूर्व मंडल प्रभारी इं. विजय चंदेल बघेल ने बताया कि हम मंडल पर एटा, अलीगढ़, हाथरस व कासगंज पार्टी को मजबूत करने के लिए हर तरह से प्रयास कर रहे हैं. आने वाले पंचायत चुनाव में पार्टी कई साल बाद अपने बैनर तले पंचायत चुनाव का सामना करेगी. इसके लिए पार्टी पूरे तरीके से तैयार है और हर कार्यकर्ता जुझारू है. पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती का भी निर्देश है कि पूरी ताकत से हम सत्ता की पार्टी का सामना करेंगे और पार्टी को मजबूत करेंगे. इस बार बसपा बहुत अच्छे पैमाने पर जिला पंचायत चुनावों में उभरकर आएगी.
जिले में नहीं है कोई स्थाई कार्यालय
अभी तक जिले में बसपा का स्थाई कार्यालय न होने पर महेश चंदेल ने कहा कि बसपा का कार्यालय मंडल में स्थापित तो हो जाता, लेकिन हमारी पार्टी में पूर्व मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह कैबिनेट मंत्री थे. उन्होंने उस समय बसपा सुप्रीमों मायावती को सांत्वना दी थी कि मैं बसपा कार्यालय के लिए सहयोग करूंगा. बहुजन समाज पार्टी की जब भी कोई समीक्षा बैठक होगी उसके लिए मेरा कार्यालय पार्टी के लिए समर्पित रहेगा. लेकिन वह आज बहुजन समाज पार्टी में नहीं है, इसलिए उस कार्यालय को हमने इस्तेमाल करना उचित नहीं समझा.
उन्होंने कहा कि बसपा सुप्रीमों मायावती ने निर्देश दिया है कि आने वाले समय में कोई अच्छी सी जगह देखकर कार्यालय के लिए जगह निश्चित करिए. हम जल्द से जल्द प्रयास कर रहे हैं कि बसपा का अपना निजी कार्यालय स्थापित हो. प्रेस और जनता के माध्यम से इसके लिए हमें लोगों का सामना करना पड़ता है कि हमारा कार्यालय नहीं है, लेकिन जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव से पहले कार्यालय स्थापित हो जाएगा.