अलीगढ़: अलीगढ़ में बेसिक शिक्षा विभाग के एक आदेश की सराहना की जा रही है. यह आदेश (Aligarh BSA Order) बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश कुमार सिंह ने जारी किया है. जिसमें उन्होंने प्रधानाध्यापक की कुर्सी पर बैठकर निरीक्षण के संबंध में स्थिति स्पष्ट की है. उन्होंने कहा है कि परिषदीय विद्यालयों में निरीक्षण या भ्रमण के दौरान निरीक्षणकर्ताओं द्वारा विद्यालय के प्रधानाध्यापक की कुर्सी पर बैठकर विद्यालय के अभिलेखों की चेंकिंग (Officer will not sit on head masters chair in Aligarh) की जाती है.
यह स्थिति किसी भी दृष्टि से स्वीकार नहीं की जाएगी. यह सर्वथा अनुचित है और प्रधानाध्यापकों के सम्मान के विरुद्ध है. दरअसल विद्यालय में पर्यवेक्षण और निरीक्षण के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी, डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर, स्टेट रिसोर्स ग्रुप (SRP) और अकादमिक रिसोर्स पर्सन (ARP) प्रधानाध्यापक की कुर्सी पर आकर बैठ जाते थे. इस तरह की बातें सामने आने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी किया है. आदेश की प्रतिलिपि जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक को भी भेजा गया है. बीएसए डॉ राकेश कुमार सिंह ने सीधे इसे प्रधानाध्यापक के सम्मान के विरुद्ध बताया है.
उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन विद्यालयों के निरीक्षण के समय इस बात का विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देश जारी किया है. यदि भविष्य में किसी भी माध्यम से ऐसी स्थिति के बारे में संज्ञान में आता है, तो उसके विरुद्ध कड़ी प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी. बेसिक शिक्षा अधिकारी के इस आदेश का शिक्षकों ने स्वागत किया है. बीएसए डॉक्टर राकेश कुमार सिंह स्वयं निरीक्षण के समय प्रधानाध्यापिका की कुर्सी पर नहीं बैठते (Block Education Officer will not sit on head masters chair in Aligarh ), उनके द्वारा जारी किए गए आदेश को शिक्षकों ने सराहा है.
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि आदेश बहुत अच्छा है और यह शिक्षकों के सम्मान की बात है. उन्होंने कहा कि इससे सीनियर शिक्षकों को सम्मान मिलेगा. जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि एसआरजी और एआरपी पर्यवेक्षण और निरीक्षण के दौरान जाकर प्रधानाध्यापक की कुर्सी पर बैठ जाते थे. वे सीनियर शिक्षकों का सम्मान भूल जाते थे .हालांकि इस बारे में लिखित शिकायत नहीं दी गई, लेकिन यह बातें बेसिक शिक्षा अधिकारी के संज्ञान में लाई गई थी. इसके बाद बीएससी डॉ राकेश कुमार सिंह ने यह आदेश जारी किया है.