अलीगढ़: बीजेपी की लहर में जिन सीटों पर कभी समाजवादी पार्टी ने लगातार जीत हासिल की थी, अब वहां भी कमल खिल गया है. जी हां आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है. रामपुर में सपा बड़े अंतर से हारी है. बीजेपी प्रत्याशी घनश्याम लोधी ने करीब 42 हजार मतों से सपा प्रत्याशी आसिम रजा को मात दी है. जबकि आजमगढ़ में भोजपुरी स्टार बीजेपी प्रत्याशी दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को हराया है. इसके चलते एक तरफ बीजेपी में जश्न का माहौल है तो दूसरी ओर विपक्ष लगातार हमलावर होता नजर आ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस जीत पर कार्यकर्ताओं और विजयी उम्मीदवारों को बधाई दी है. साथ ही इसे विकास की जीत बताया है.
बीजेपी की जीत पर पीएम मोदी ने कहा कि 'आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में मिली जीत ऐतिहासिक है'.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 'उत्तर प्रदेश लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की जीत पीएम @narendramodi जी के नेतृत्व में श्री @myogiadityanath जी की सरकार द्वारा प्रदेश में स्थापित सुशासन और जनकल्याणकारी नीतियों में जनता के विश्वास की जीत है'.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'रामपुर लोक सभा सीट पर उप चुनाव में मिली विजय आदरणीय प्रधानमंत्री जी के यशस्वी नेतृत्व में जन-कल्याणकारी नीतियों पर डबल इंजन की भाजपा सरकार के प्रति आमजन के विश्वास की मुहर है'.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि 'इस प्रचण्ड जीत पर देवतुल्य जनता का आभार एवं कार्यकर्ताओं को बधाई'.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि 'रामपुर एवं आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में मिली जीत ऐतिहासिक'.
वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी नतीजे आने के बाद ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि 'भाजपा के राज में लोकतंत्र के हत्या की क्रॉनॉलॉजी है'
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि 'उपचुनावों को रूलिंग पार्टी ही अधिकतर जीतती है, फिर भी आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में बीएसपी ने सत्ताधारी भाजपा व सपा के हथकण्डों के बावजूद कांटे की टक्कर दी है'.
उधर, असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 'रामपुर और आजमगढ़ चुनाव के नतीजे से साफ जाहिर होता है कि सपा में भाजपा को हराने की न तो काबिलियत है और ना कुव्वत'.
वहीं, आजमगढ़ और रामपुर उपचुनाव में सपा की हार पर अलीगढ़ की पूर्व सपा नेत्री रुबीना खानम का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि अखिलेश यादव एक समुदाय की बात करते रहे, तो कहीं ऐसा न हो कि समाजवादी पार्टी इतिहास के पन्नों की कहानी बनकर रह जाये.