अलीगढ़ः जिले में बिजली कटौती को लेकर हाहाकार मचा है. शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र में बिजली कटौती से किसान परेशान हैं. ग्रामीण क्षेत्र में केवल 2 से 3 घंटे ही बिजली मिल पा रही है, जिससे किसान परेशान हैं. किसान अपनी धान की फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं. सोमवार को पिसावां थाना क्षेत्र में बिजली कटौती से परेशान किसानों ने पल्सेड़ा बिजली घर पर ताला लगा दिया. इस दौरान एक किसान ने खुदकुशी की भी कोशिश की.
बता दें कि बिजली कटौती का विरोध करते हुए किसान पल्सेड़ा बिजली केंद्र पर बैठ गए हैं. गांव वालों का कहना है कि प्रदेश सरकार के आदेश के बावजूद जितनी बिजली देने का वादा किया था, उतनी बिजली भी नहीं मिल पा रही है. वहीं, टप्पल उपकेंद्र पर भी किसानों ने प्रदर्शन किया. टप्पल पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि बिजली नहीं मिल रही है.
दिल्ली में मिल रही 24 घंटे बिजली
बिजली कटौती के विरोध में आम आदमी पार्टी ने लालटेन जुलूस निकाला. सेंटर प्वाइंट चौराहे से कलेक्ट्रेट तक कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की. अघोषित बिजली कटौती से जनता परेशान है. जबकि दूसरी तरफ दिल्ली की केजरीवाल सरकार बिना कटौती के 24 घंटे बिजली जनता को दे रही है. आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोनिका थापर ने बताया कि जब दिल्ली की जनता को मुफ्त और बिना कटौती की 24 घंटे बिजली उपलब्ध हो सकती है, तो यूपी की जनता को देश में सबसे महंगी और बिना कटौती की 24 घंटे बिजली क्यों नहीं उपलब्ध हो पा रही है.
बिजली की किलल्त से सिंचाई में परेशानी
पल्सेड़ा निवासी सुनील कुमार ने बताया कि पांच दिन से पल्सेड़ा फीडर से बाजौता, लालगढ़ी, निगुना शुगना में बिजली नहीं आ रही है. केवल पांच मिनट बिजली आती है और उसके बाद काट देते हैं. धान की खेती खराब होकर सूख रही है. किसान सिंचाई नहीं कर पा रहा है. वहीं, बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता, जूनियर इंजीनियर का मोबाइल बंद है. इसलिए आक्रोशित गांव वालों ने बिजली घर पर ताला लगा दिया. वहीं, मौके पर एसडीओ प्रवीन कुमार पहुंचे, जिनसे किसानों ने पर्याप्त मात्रा में बिजली दिए जाने की मांग की है. सुनील कुमार ने बताया कि किसानों की फसल बर्बाद न हो, क्योंकि इसमें किसानों की बड़ी लागत लगती है.
धान की फसल के लिए पानी की जरुरत
भारतीय किसान यूनियन के पूर्व जिला महासचिव नवाब सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की स्थिति बहुत खराब है. किसान परेशान हैं. लो वोल्टेज, ओवरलोडिंग और जर्जर लाइन की वजह से यह परेशानी आ रही है. वहीं, बिजली घर पर तैनात संविदा कर्मियों की भी लापरवाही है. किसान नेता नवाब सिंह बताते हैं कि धान के लिए इस समय पानी चाहिए, जो मिल नहीं पा रहा है. चार-पांच घंटे की बिजली में खेती में सिंचाई नहीं हो पा रही है.
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